दिल्ली-NCR की हवा में प्रदूषण का जहर घुलता जा रहा है। आज दिल्ली में कई जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) का लेवल बेहद खराब स्थिति में पहुंच चुका है। पंजाबी बाग में हवा की स्थिति बेहद खराब है। यहां AQI 290 से ज्यादा है। आनंद विहार और लोनी में भी AQI 250 से ज्यादा मापा गया है।
आंखों में जलन और गले में दर्द की शिकायत
दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर इलाकों में पॉल्यूशन का स्तर बेदह खराब श्रेणी में पहुंच चुका है। लोगों को आंखों में जलन और गले में दर्द की शिकायत हो रही है। अगर पराली जलने पर रोक लगाने के साथ-साथ दूसरे उपाय नहीं किए गए तो दिवाली इस बार भी धुएं वाली होने वाली है।
जानिए दिल्ली के अलग-अलग एरिया का AQI लेवल
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) के समीर एप के मुताबिक, दिल्ली में सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) का स्तर कल के मुकाबले काफी बढ़ गया है। आज दिल्ली ओवरऑल 307 है। कल AQI लेवल 265 था। अब दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया है। (ये डेटा सुबह 6 बजे का है)
- दिल्ली ओवर ऑल 307
- अलीपुर 314
- आनंद विहार 367
- अशोक विहार 331
- आयानगर 316
- बवाना 358
- बुराड़ी 352
- द्वारका सेक्टर 8 324
- जहांगीरपुरी 345
- मुंडका 332
- नरेला 321
- पटपड़गंज 307
- पंजाबी बाग 330
- आरकेपुरम 343
- रोहिणी 344
- शादीपुर 314
- सोनिया विहार 335
- वजीरपुर 354
- विवेक विहार 320
- वजीरपुर 350
पराली जलाने पर 11 लोगों पर FIR
इस बीच हरियाणा में पराली जलाने वाले किसानों पर एक्शन लिया जा रहा है। अकेले कैथल जिले में पराली जलाने वालों पर 11 FIR दर्ज की गई है। जबकि 63 लोगों से जुर्माना वसूला गया है। वहीं, इस मामले पर सियासत भी तेज हो गई है।
पराली जलाने का मामला सुप्रीम कोर्ट में
हरियाणा और पंजाब से लेकर यूपी तक जलती पराली ने दिल्ली-NCR की हवा को जहरीला बना दिया है। मामला सुप्रीम कोर्ट में है। देश की सबसे बड़ी अदालत नाराज है। सरकारों से जवाब तलब किया गया है, लेकिन हवा में जहर कम नहीं हो रहा है बल्कि बढ़ता जा रहा है।
दिल्ली-एनसीआर के लोगों का घुट रहा दम
रोक के बावजूद हरियाणा के किसान खेतों में पराली को जला रहे हैं। उससे उठने वाला धुआं दिल्ली-एनसीआर के लोगों का दम घोंट रहा है। इसमें हरियाणा से लेकर पंजाब तक हर जगह वही हाल है। मुख्यमंत्री बैठकें कर रहे हैं। बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
हरियाणा में शुरू हुआ एक्शन
वहीं, पराली जलाने वाले किसानों पर हरियाणा में एक्शन शुरू हो गया है। कैथल जिले में पराली जलाने की 123 घटनाएं सामने आई हैं। इनमें 11 एफआईआर दर्ज की गई हैं। 63 के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
यमुना में केमिकल वाला झाग
हवा में जहर फैला है तो पानी के हालात भी बदतर होते जा रहे हैं। दिल्ली की यमुना में केमिकल वाला झाग बढ़ता ही जा रहा है। छठ का त्यौहार नजदीक आ रहा है। सैकड़ों लोग इसी जगह पर स्नान करेंगे। पूरी रात रुककर सुबह इसी पानी में अर्घ्य देंगे, लेकिन तमाम दावों के बाद भी दिल्ली के यमुना की स्थिति काफी दयनीय है।
दिल्ली में प्रदूषण बढ़ने के ये वजहें भी हैं, एक्सपर्ट ने बताया
दिल्ली सरकार दावा कर रही है कि वो हालात को काबू में कर लेगी, लेकिन इसके साथ सीएम आतिशी पड़ोसी राज्यों पर ठीकरा फोड़ना नहीं भूलतीं हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, दिल्ली की हवा में पराली जलने का धुआं पिछले एक हफ्ते से बढ़ा है, लेकिन यही प्रदूषण की एकमात्र वजह नहीं है। इसके साथ-साथ डीजल-पेट्रोल की गाड़ियां और कंस्ट्रक्शन की धूल भी जिम्मेदार है। साथ ही तीस फीसदी पॉल्यूशन की वजह पर तो अभी भी रिसर्च ही चल रही है, लेकिन सियासत चरम पर पहुंच चुकी है।