नई दिल्ली: दिल्ली के लक्ष्मी नगर इलाके से गिरफ़्तार किए गए पाकिस्तानी आतंकवादी मोहम्मद अशरफ को दिल्ली की एक अदालत ने 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा दिया है। यह आतंकी पाकिस्तान के पंजाब में नोरोवाल जिले का रहने वाला है। इसके पास से दो मोबाइल फोन मिले हैं। दिल्ली आने से पहले यह अजमेर, गाजियाबाद, जम्मू और उधमपुर में भी रहा है। दिल्ली में हाल में इसके 2 ठिकाने मिले हैं, एक लक्ष्मी नगर इलाके में और एक ठिकाना वर्ल्ड सिटी में मिला है। मां- बाप मर गए हैं, 2 भाई और 3 बहने हैं, 2004-05 के आसपास यह पाकिस्तान से निकला था।
जांच एजेंसियों की पूछताछ में पता चला है कि आतंकी दिल्ली और दिल्ली के आसपास के क्षेत्र में पीर मौलाना का काम करता था। कुरान की आयतें पढ़कर लोगों की बीमारी ठीक करने का दावा करता था। पूछताछ में पता चला कि इसने दिल्ली से हथियार हासिल किए थे, इसे बताया गया था कि एक पर्टिकुलर जगह पर हथियार रखे हुए हैं। पीर मौलाना के तहत इसके बहुत सारे फॉलोअर्स थे, जो इससे इलाज कराते थे।
यह पाकिस्तान के किसी नासिर नाम के आईएसआई हैंडलर के संपर्क में था। 2014 में इसने भारतीय पासपोर्ट बनवाया था, पासपोर्ट में बिहार का पता है। जांच एजेंसियों ने आतंकवादी को दिल्ली के लक्ष्मीनगर इलाके में स्थित रमेश पार्क की गली नंबर 10 से गिरफ्तार किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आतंकवादी दिल्ली में 'लोन वुल्फ अटैक' की साजिश रच रहा था और इसके लिए उसने कालिंदी कुंज के पास यमुना किनारे रेत में हथियार छिपाकर रखे हुए थे।
पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी का नाम मोहम्मद अशरफ है, जो 15 साल से दिल्ली में रह रहा था। यह दिल्ली के स्लीपर सेल का मुखिया था। सूत्रों से यह भी पता चला है कि पाकिस्तानी आतंकवादी भारत आने वाले आतंकवादियों को हथियार तथा आने-जाने के लिए गाड़ियों की व्यवस्था करता था।