नई दिल्ली. कोरोना की दूसरी लहर के बीच ऑक्सीजन की किल्लत से जूझ रही दिल्ली के लिए राहत भरी खबर है। आज सुबह ऑक्सीजन एक्सप्रेस राजधानी के दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन पर पहुंची। ऑक्सीजन एक्सप्रेस करीब 70 टन ऑक्सीजन लेकर रायगढ़ स्थित जिंदल स्टील वकर्स संयंत्र से रविवार रात रवाना हुई थी। यहां से ऑक्सीजन के टैंकर्स को राजधानी दिल्ली के फोर्टिस, मैक्स और बीएल कपूर अस्पताल भेजा जाएगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि भारतीय रेलवे की ये सेवा छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से ऑक्सीजन लेकर चली थी। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे कोरोना से लड़ाई में जीवन बचाने के लिए सभी जरूरी प्रयास कर रही हैं।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी के अस्पताल लगातार ऑक्सीजन की कमी का सामना कर रहे हैं। उनका कहना है वे ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए याचना करके काम चला रहे हैं। तीन अस्पतालों ने सोमवार को ऑक्सीजन की कमी का मुद्दा दिल्ली उच्च न्यायालय के सामने उठाया और कहा कि उन्हें पर्याप्त आपूर्ति नहीं मिल रही है। सुबह में सर गंगाराम अस्पताल के सूत्रों ने कहा था कि पिछले तीन दिनों से अपने ऑक्सीजन सिलेंडर फिर से भरे जाने का इंतजार कर रहा है जिनका इस्तेमाल गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 के मरीजों को लाने-ले जाने में किया जाता है। अस्पताल को सोमवार शाम फिर से भरे गए 64 ऑक्सीजन सिलेंडर प्राप्त हो गए।
रोहिणी में स्थित जयपुर गोल्डन अस्पताल ने दोपहर करीब 12 बजे सोशल मीडिया पर कहा था कि वह ऑक्सीजन आपूर्ति का इंतजार कर रहा है। शाम करीब साढ़े सात बजे तक इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि अस्पताल को आपूर्ति मिली या नहीं। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि बंसल अस्पताल को आखिरी वक्त ऑक्सीजन की आपूर्ति मिली। उन्होंने ही ऑक्सीजन सिलेंडरों की व्यवस्था की थी। शाहदरा स्थित तुलसी मल्टीस्पेशिलिटी अस्पताल और कालकाजी स्थित आइरीन अस्पताल से जीवन रक्षक संदेश (एसओएस) जारी किए गए थे।
जयपुर गोल्डन अस्पताल, महाराजा अग्रसेन अस्पताल और शांति मुकुंद अस्पताल ने उच्च न्यायालय के समक्ष मुद्दा उठाया और कहा कि एसओएस कॉल के बावजूद उन्हें पर्याप्त आपूर्ति नहीं मिल रही है। जयपुर गोल्डन अस्पताल ने ट्वीट किया है, ‘‘वह सुबह से आईनॉक्स से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि रोजाना होने वाली ऑक्सीजन आपूर्ति समय पर हो। हमें अभी तक कोई जवाब या वहां से ऑक्सीजन रवाना होने की सूचना नहीं मिली है। आज किसी भी तरह की आपात स्थित से बचने के लिए सभी को सतर्क कर रहे हैं।’’
ऑक्सीजन की कमी के कारण अस्पताल में शनिवार को 20 लोगों की मौत हो गयी थी। दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को ऑक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाजारी पर कड़ी आपत्ति जताते हुए आम आदमी पार्टी सरकार को इसमें लिप्त लोगों के विरूद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया और कहा कि गैस सिलेंडरों का वितरण करना ''आपका काम'' है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में कोविड-19 से गंभीर रूप से बीमार लोगों के उपचार के लिये एक लाख रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से सिलेंडर कथित तौर पर बेचे जा रहे है।