नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्रालय ने निजामुद्दीन मरकज में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए तबलीगी जमात के उन सभी लोगों को घर जाने की अनुमति दे दी है, जिन्हें प्रशासन की ओर से क्वारंटाइन में रखा गया था। इसके साथ ही जो जमाती पहले पॉजिटिव पाए गए थे और अब इलाज के बाद ठीक हो गए हैं, उन्हें भी जाने की अनुमति दी गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य और गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने इससे संबंधित आदेश जारी किए हैं।
आदेश में कहा गया है कि निजामुद्दीन मरकज/तबलीगी जमात के ठीक हुए सभी लोगों को घर जाने दिया जाए और क्योंकि सभी का क्वारंटाइन पीरियड भी पूरा हो चुका है तो बाकियों को भी घर जाने दिया जाए। हालांकि, आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि निजामुद्दीन मरकज में हुए कार्यक्रम में शामिल जिस भी शख्स पर मुकदमा है, उस पर पुलिस कार्रवाई करे।
आदेश में कहा गया है कि निजामुद्दीन मरकज की घटना में इनमें से तबलीगी जमात के जिन सदस्यों के नाम दर्ज किये गये हैं और जांच के लिये उनकी जरूरत है, उन्हें दिल्ली पुलिस की हिरासत में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा, "शेष सभी को उनके गृह राज्य भेज दिया जाए इसके लिए दिल्ली सरकार के गृह विभाग को राज्यों के रेजीडेंट कमिश्नर से संपर्क करने को कहा गया है।"
सरकार के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में पृथक केन्द्रों में तबलीगी जमात के कम से कम 4000 सदस्य हैं। इनमें से 900 लोग दिल्ली के हैं इसके अलावा अधिकतर लोग तमिलनाडु और तेलंगाना से हैं। उन्होंने कहा कि उनकी वापसी के लिए परिवहन की व्यवस्था करने के लिए दिल्ली सरकार अन्य राज्यों की सरकारों के साथ संपर्क में है।
गौरतलब है कि तबलीगी जमात के हजारों सदस्य निजामुद्दीन मरकज में एक धार्मिक कार्यक्रम में इकट्ठा हुए थे। जानकारी मिलने के बाद इन सदस्यों को वहां से निकाला गया था। जांच में बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले मिलने से यह स्थान कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट के रूप में उभरा था।