नई दिल्ली। इंडिया टीवी में कोविड-19 के लिए डेडिकेटेड लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल (एलएनजेपी) की खबर दिखाए जाने का बड़ा असर हुआ है। आज राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम एलएनजेपी अस्पताल में बदइंतजामी का जायजा लेने पहुंची। LNJP अस्पताल के 2 स्टाफ को सस्पेंड कर दिया गया है। जिन दो स्टाफ पर कार्रवाई की गई है उनमें से एक नर्सिंग का इंचार्ज है। एनएचआरसी ने दिल्ली सरकार से 10 दिन में रिपोर्ट मांगी है। दिल्ली में कोविड मरीजों के लिए अस्पतालों में पर्याप्त व्यवस्थाएं न होने को लेकर इंडिया टीवी ने वीडियो दिखाया था। जिसके बाद आज LNJP अस्पताल प्रशासन ने वार्ड के अंदर मोबाइल इस्तेमाल पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।
राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए अस्पतालों के ऐसे वीडियो और चिंता बढ़ा रहे हैं। कोरोना मरीजों की बदहाली के वीडियो पर एलएनजेपी के मेडिकल सुपरिटेंडेट डॉक्टर सुरेश कुमार ने सफाई देते हुए इंडिया टीवी से विशेष बातचीत में कहा कि शवों के वॉर्ड में पड़े होने की बात गलत है। शवों को हटाने में 1 घंटे का समय लगता है। वीडियो में दिख रहा पेशेंट बिल्कुल ठीक है। वीडियो में दिख रहा पेशेंट फिलहाल सो रहा है।
डॉक्टर सुरेश कुमार ने आगे कहा कि गर्मी की वजह से पेशेंट कपड़े निकालकर सो रहे थे। हमारे पास पेशेंट बहुत ज्यादा हैं। बहुत सारे डॉक्टर भी कोरोना वायरस से इन्फेक्ट हो रहे हैं। दिल्ली के LNJP हॉस्पिटल में कोरोना के इलाज के दौरान बड़ी लापरवाही का वीडियो काफी वायरल हो रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के मुताबिक, दिल्ली में कोरोना वायरस के 11 जून (गुरुवार) सुबह 8 बजे तक कुल 32,810 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 19581 एक्टिव केस, 12,245 ठीक हो चुके लोग शामिल हैं साथ ही राजधानी दिल्ली में अबतक कुल 984 लोगों की मौत हो चुकी है।