दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम की एथलेटिक्स अकादमी के होस्टल में एक एथलीट ने आत्महत्या कर ली। 18 वर्षीय परविंदर चौधरी का शव उनके होस्टल रूम में पंखे से लटका मिला। परविंदर फर्राटा दौड़ का धावक है।
इस संबंध में स्पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी ने बताया कि मुझे बताया गया है कि परविंदर का कल अपने पिता के साथ किसी बात को लेकर फोन पर झगड़ा हुआ था। बाद में उसकी बहन उससे बात करने के लिए आई थी। दुर्भाग्यपूर्ण बात यह है कि हम उसे बचा नहीं सके।
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) विजय कुमार ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि चौधरी जवाहर लाल नेहरू छात्रावास में नवंबर 2016 से रह रहा था और वह 100 मीटर एवं 200 मीटर दौड़ का प्रशिक्षण ले रहा था। अधिकारी ने बताया कि क्रेप बैंडेज की मदद से चौधरी ने फांसी लगा ली। एक दोस्त ने छात्रावास के कमरे में उसे लटकता हुआ पाया। उसने तुरंत लोगों को आवाज लगायी और चाकू से बैंडेज को काटा।
कुमार ने बताया कि कोच एवं अन्य गार्ड उसे तुरंत जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के चिकित्सा केंद्र ले गए। प्रारंभिक उपचार के बाद चौधरी को आगे के इलाज के लिए सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया। अधिकारी ने बताया कि हालांकि, सफदरजंग के डाक्टरों ने उसे बुधवार सुबह मृत घोषित कर दिया। अधिकारी ने बताया कि चौधरी ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 100 मीटर और 200 मीटर की दौड़ में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। उसने 2017 में बैंकाक में यूथ एशिया एथलेटिक मीट में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।
पुलिस ने बताया कि कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं किया गया है। उसने यह कदम क्यों उठाया, इसकी जांच की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि चौधरी के पिता आगरा से यहां पहुंच गये हैं और मृत्यु के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है।