नई दिल्ली। निजामुद्दीन मरकज से बाहर निकाले गए तबलीगी जमात में आए लोगों ने न केवल पूरे देश को गंभीर संकट में डाला दिया है बल्कि वे अस्पतालों में डॉक्टरों व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के लिए भी समस्या खड़ी कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक निजामुद्दीन मरकज से इजाल के लिए दिल्ली के अस्पताल में लाए गए लोग, बहुत हंगामा कर रहे हैं।
अभी तक अस्पताल में लाए गए लोगों के बारे में यह जानकारी भी पूरी तरह से नहीं जुटा पाई गई है कि वो किस देश के रहने वाले हैं। सूत्रों ने बताया कि ये लोग हिंदी या अंग्रेजी बोलने के लिए तैयार नहीं हैं। सूत्रों ने बताया कि यहां लाए गए अधिकांश विदेशी मलेशिया और इंडोनेशिया से हैं। ये लोग इलाज में डॉक्टरों का सहयोग भी नहीं कर रहे हैं।
उत्तराखंड के सभी 26 लोग अभी दिल्ली में ही
कोरोना वायरस संकट के बीच निजामुददीन मरकज में शामिल होने गई उत्तराखंड की तबलीगी जमात के सभी 26 सदस्य अभी दिल्ली में ही हैं जबकि लॉकडाउन के बावजूद बाहर से चुपचाप प्रदेश में घुसने वाले 13 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।
उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था, अशोक कुमार ने यहां बताया कि निजामुददीन मरकज में उत्तराखंड से शामिल जमात के सभी 26 लोग अभी दिल्ली में ही हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों के घर से सत्यापन करने के अलावा इनकी मोबाइल लोकेशन से भी इस बात की पुष्टि कर ली गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, पुलिस ने 13 ऐसे लोगों के खिलाफ आपदा प्रबंधन कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया है, जो कोरोना खतरे से बचाव के लिए लागू लॉकडाउन के बावजूद बिना प्रशासन को सूचित किए चुपचाप प्रदेश में आ गए हैं।