नयी दिल्ली: दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने इस महीने में चलाए जांच अभियान में प्रदूषण फैलाने वाले दस हजार से अधिक वाहनों के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की है। परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि छह अक्टूबर से प्रारंभ हुये इस अभियान में प्रदूषण फैलाने वाले 10,787 वाहन मालिकों पर कार्रवाई की गई। इनमें से 6,355 साफ तौर पर वायु प्रदूषण फैला रहे थे जबकि 4,432 वाहन प्रदूषण नियंत्रण जांच प्रमाणपत्र प्रस्तुत नहीं कर सके।
इन लोगों से एक हजार रूपए से लेकर दो हजार रूपए तक का जुर्माना वसूल किया गया। परिवहन विभाग ने हाल ही में अपनी प्रवर्तन शाखा को नए वाहन और टैब देकर और सशक्त बनाया है। दीपावली पर्व के नजदीक आने के साथ प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुये परिवहन विभाग अपनी कार्रवाई जारी रखेगा।
बता दें कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘बहुत खराब’ स्तर से सुधरने के एक दिन बाद ही ‘खराब’ श्रेणी में ही बना रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने पूर्वाह्न 11 बजे शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 252 दर्ज किया। एक्यूआई का स्तर 0 से 50 के बीच ‘अच्छा’ माना जाता है। 51 से 100 के बीच यह ‘संतोषजनक’ स्तर पर होता है और 101 से 200 के बीच इसे ‘मध्यम’ श्रेणी में रखा जाता है।
हवा की गुणवत्ता का सूचकांक 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘अत्यंत गंभीर’ स्तर पर माना जाता है। राष्ट्रीय राजधानी की आबोहवा में सोमवार को सुधार के संकेत दिखाई दिये थे और यह ‘बहुत खराब’ से ‘खराब’ की श्रेणी में आ गयी थी। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में भलस्वा कूड़ा डलान स्थल में आग की वजह से निकलने वाले धुएं से यह स्तर और बिगड़ सकता है।