नई दिल्ली। जामिया मिलिया इस्लामिया ने गुरुवार को एक एडवाइजरी जारी कर हॉस्टल में रह रहे छात्र-छात्राओं से लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन में सहयोग करने के लिए कहा है क्योंकि कोरोना वायरस महामारी अब खतरनाक चरण में प्रवेश करने के लिए तैयार है। एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें पुरुष छात्र परिसर की दीवार फांदकर बाहर जा रहे हैं। एडवाइजरी में छात्रों को इस तरह की गतिविधियों से दूर रहने के लिए कहा गया है।
जामिया मिलिया इस्लामिया ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि कुछ पुरुष हॉस्टल में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जहां छात्र दीवार फांदकर बाहर जाते हुए देखे गए हैं। यह बहुत ही गंभीर है और सुरक्षा जाल को तोड़ने एवं सोशल डिस्टेंसिंग के पूरे प्रयासों को खतरे में डालने वाला है। एडवाइजरी में सभी वार्डन को इस पर ध्यान देने की सलाह दी गई है और ऐसी परिस्थिति को बर्दाश्त न करने की बात कही है।
एडवाइजरी में कहा गया है कि यदि छात्रों को एटीएम या अस्पताल जाने की जरूरत है, तो वे अपने वार्डन को इसकी जानकारी देंगे और उन्हें छोटे-छोटे समूहों में ले जाने के लिए एक वाहन या एम्बूलेंस का इंतजाम किया जाएगा।
एडवाइजरी में सभी हॉस्टल वार्डन को अपने छात्रों के स्वास्थ्य पर कड़ी नजर रखने के लिए कहा गया है और बुखार, जुकाम या खांसी के कोई भी लक्षण पाए जाने पर तुरंत इसकी जानकारी देने के लिए कहा गया है। यह भी कहा गया है कि अवसाद और उदासी के लक्षणों वाले मामलों पर भी कड़ी नजर रखी जाए।
एडवाइजरी में कहा गया है कि कुछ ऐसे मामले भी सामने आए हैं, जिसमें हॉस्टल में रहने वाले लड़के और लड़कियों ने अपनी मर्जी से हॉस्टल छोड़ दिया था और अब वे अपने हॉस्टल में वापस आना चाहते हैं। यह स्पष्ट किया गया है कि जब तक लॉकडाउन समाप्त नहीं होता तबतक किसी को भी हॉस्टल में वापस आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।