नयी दिल्ली: दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को हवा की धीमी गति के चलते ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई जबकि अधिकारियों ने अगले कुछ दिनों में बारिश होने का अनुमान जताया है जिससे प्रदूषण का स्तर कम होने की संभावना है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक शहर का कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक 410 था जो ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
सीपीसीबी ने बताया कि 22 इलाकों में हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ दर्ज की गई जबकि 13 इलाकों में यह ‘बेहद खराब’ रही। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में गाजियाबाद, नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ दर्ज की गई।
सीपीसीबी के मुताबिक, हवा में अतिसूक्ष्म कणों पीएम 2.5 का स्तर 287 जबकि पीएम 10 का स्तर 443 दर्ज किया गया। केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने कहा कि अगले दो दिनों में हल्की बारिश होने की संभावना है जिससे वायु गुणवत्ता सुधर सकती है।
सफर ने कहा, “अगर बारिश नहीं होती है तो अगले तीन दिनों में छोटे-मोटे उतार-चढ़ाव के साथ कुल वायु गुणवत्ता और खराब हो सकती है। अन्य मौसमी स्थितियां भी अनुकूल नहीं हैं। हालांकि कोहरे की स्थितियों के अब छंटने की संभावना है।”
‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने से पहले शुक्रवार को हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ रही। हवा की तेज गति की वजह से हवा कुछ साफ हुई थी और बुधवार एवं बृहस्पतिवार को वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में थी।