नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी स्थित बाबू जगजीवन राम मेमोरियल अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों सहित 58 कर्मचारियों में कोरोना वायरस पाया गया है। इनमें 70 प्रतिशत ऐसे मामले देखने को मिले हैं, जिनमें संक्रमण संबंधी कोई लक्षण नहीं दिखे। अस्पताल के एक डॉक्टर और एक नर्स ने पुष्टि की कि उनके परिवार के सदस्य भी कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि अंतिम कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या की घोषणा होना अभी बाकी है।
अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया, कर्मचारियों और उनके परिजनों सहित सभी करीबी संपर्कों की जांच प्रक्रिया जारी है। अब तक 58 से अधिक कर्मचारी और उनके कुछ रिश्तेदार पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें से लगभग 70 प्रतिशत ऐसे मामले हैं, जिनमें कोई लक्षण नहीं देखे गए। इस 100 बिस्तरों वाले अस्पताल में डॉक्टर, पैरा-मेडिकल स्टाफ, नर्स, सफाई कर्मचारी, सुरक्षा एवं गैर-चिकित्सा कर्मियों सहित लगभग 500 कर्मचारी कार्यरत हैं।
यहां शनिवार तक 40 कर्मचारियों को कोरोना की पुष्टि हुई थी। अब रविवार को 114 कर्मचारियों और उनके रिश्तेदारों की रिपोर्ट आई है। इनमें से 20 को कोविड-19 पॉजिटिव पाया गया है। लगभग 70 कर्मचारियों की रिपोर्ट आना बाकी है। डॉक्टर ने कहा, संक्रमण के स्रोत के बारे में कहना मुश्किल है। हम थर्मल स्क्रीनिंग कर रहे हैं और आने वाले मरीजों से उनके यात्रा के इतिहास या लक्षणों के बारे में पूछ रहे हैं लेकिन अगर किसी व्यक्ति में कोई लक्षण ही नहीं हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते।
डॉक्टर ने कहा कि जहांगीरपुरी में स्थित अस्पताल कई हॉटस्पॉट इलाकों से घिरा हुआ हैं। डॉक्टर ने कहा, जहांगीरपुरी के लगभग सभी ब्लॉकों में संवेदनशील यानी कंटनेनमेंट जोन हैं। इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। कई कर्मचारी आसपास रहते हैं। गैर-कोविड-19 चिकित्सा पेशेवरों के लिए ठहरने की कोई व्यवस्था नहीं है। इससे उनके परिवार के सदस्यों का जीवन भी खतरे में है।
उत्तर जिले में सात नियंत्रण क्षेत्र चिह्न्ति किए गए हैं। इनमें से छह घनी आबादी वाले जहांगीरपुरी में हैं, जिनमें से बी, सी, एच, जी, के ब्लॉक और संजय एन्क्लेव शामिल हैं। अस्पताल के अधिकारी ने कहा कि पर्याप्त पीपीई किट, मास्क और दस्ताने चिकित्सा पेशेवरों को प्रदान किए गए हैं।
एक अधिकारी ने कहा, लोग इतने सारी दिक्कतों के साथ अस्पताल में आ रहे हैं। कुछ लोगों को संक्रमण हो भी सकता है। हम सभी सरकारी निदेशरें का पालन कर रहे हैं। डॉक्टर मरीजों को ना नहीं कह सकते हैं।
शहर भर के लगभग 150 अस्पताल के कर्मचारियों में कोरोनो वायरस की पुष्टि हुई है, जिनमें से अधिकांश ऐसे मामले हैं, जिनमें लक्षण नहीं दिखे हैं। दिल्ली में अभी तक 2,650 से अधिक कोविड-19 मामले सामने आ चुके हैं और संक्रमण की वजह से 54 मौतें हुई हैं।