नई दिल्ली: दिल्ली के दो अलग अलग इलाकों में क्वारंटीन करके रखे गये कोरोना संदिग्धों में 35 से ज्यादा संदिग्ध हालातों में गायब हो गये। इन सबकी खोज जारी है। इसके लिए राष्ट्रीय राजधानी से जुड़े सीमांत राज्यों की जिला पुलिस को भी अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही दिल्ली पुलिस ने भी इन संदिग्धों की तलाश के लिए कई टीमें गठित कर दी हैं।
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक ये घटनाएं, ढका स्थित नगर निगम स्कूल (मुखर्जी नगर) और मॉडल टाउन स्थित आजादपुर कालोनी की है। मॉडल टाउन थाना क्षेत्र के आजादपुर कालोनी में 15 अप्रैल को 100 से ज्यादा कोरोना संदिग्धों को दाखिल करवाया गया था। मंगलवार की रात में किसी वक्त यहां से तीन-चार लोग गायब हो गये। जैसे ही मामले का पता चला वैसे ही सेंटर प्रभारी की तरफ से पुलिस को शिकायत दी गयी।
दूसरी घटना मुखर्जी नगर इलाके के ढका सेंटर की बताई जाती है। यहां 16 अप्रैल के आसपास 125 से ज्यादा लोगों को दाखिल कराया गया था। यहां से सोमवार को रात में किसी वक्त मौका मिलने पर 30 से ज्यादा कोरोना संदिग्धों के रहस्यमय हालातों में गायब हो जाने का पता चला। इस घटना की सूचना भी सेंटर प्रभारी द्वारा संबंधित थाने को दी गयी।
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रहस्यमय हालातों में गायब हुए कोरोना संदिग्धों में कुछ नेपाली मूल के भी शामिल होने का पता चला है। सभी की तलाश की जा रही है। जांच इस बात की भी की जा रही है कि, आखिर यह सब भागे क्यों? इन्हें भगाने में किसी अंदरुनी शख्स ने ही तो मदद नहीं की।
इस बीच राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बुधवार को 2248 और एक व्यक्ति की मौत के साथ ही मृतकों की संख्या 48 हो गई है। राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस से प्रतिदिन होने वाली मौतों का लेखा जोखा रखने के लिए दिल्ली सरकार ने तीन सदस्यीय एक समिति का गठन किया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक आदेश के अनुसार स्वास्थ्य सेवाओं के पूर्व महानिदेशक डॉ. अशोक कुमार समिति की अध्यक्षता करेंगे।
समिति शहर के निजी तथा सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 से होने वाली हर मौत का विवरण दर्ज करेगी। आदेश में कहा गया, “सभी सरकारी तथा निजी अस्पतालों को कोविड-19 से हुई सभी मौत की सूचना समिति को देने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही मौत के ऑडिट के लिए केस शीट भी देनी होगी।”