Highlights
- NCPCR ने सीएम अरविंद केजरीवाल से मांगा जवाब
- केजरीवाल के 'बाल गृहों' के बयान पर जताई आपत्ति
नई दिल्ली: शीर्ष बाल अधिकार संस्थान एनसीपीसीआर अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने शनिवार को दावा किया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ‘‘सार्वजनिक रूप से माना है’’ कि दिल्ली में बाल गृहों में बच्चों की देखभाल नहीं की जा रही है, जिसके लिए स्पष्टीकरण मांगते हुए एक नोटिस जारी किया जा रहा है।
केजरीवाल के बयान पर मांगा स्पष्टीकरण
कानूनगो ने सीएम केजरीवाल द्वारा ट्वीट की गयी एक वीडियो के संदर्भ में कही बात पर ऐतराज जताया है। इस वीडियों में सीएम केजरीवाल ने कहा कि बेसहारा बच्चों के लिए 10 करोड़ रुपये आवंटित किये गए हैं। इस वीडियों में यह भी कहा गया है कि ‘बाल देखभाल गृहों में अभी तक बच्चों की उचित देखभाल नहीं किया गया, जिससे वे वहां से भाग जाते हैं।‘ इन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए NCPCR अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने एक ट्वीट करके दिल्ली के मुख्यमंत्री से स्पष्टीकरण मांगा है।
केजरीवाल दे रहे हैं गलत जानकारी – NCPCR
NCPCR अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने सीएम अरविंद केरजीरवार की एक और टिपिण्णी पर भी ऐतराज जताते हुए ट्वीट किया है। उन्होने लिखा है कि सुप्रीम कोर्ट के बार-बार कहने के बाद भी दिल्ली सरकार ने राजधानी में ट्रैफिक लाइट पर भीख मांग रहे सभी बच्चों को पुनर्वासित नही किया है।'
दरअसल अरविंद केजरीवाल ने इस बात की घोषणा की है कि दिल्ली सरकार ट्रैफिक लाइट पर भीख मांग रहे बच्चों के लिए स्कूल और रहने की व्यवस्था करेंगे ।