नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, ऐसे में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधीन आने वाला राष्ट्रीय रोग नियंत्रण संस्थान यानी एनसीडीसी दिल्ली सरकार के साथ मिलकर एक सिरोलॉजिकल सर्वे करने जा रहा है। इस सर्वे में एनसीडीसी दिल्ली के सभी 11 जिलों में रैंडम 20000 लोगों के सैंपल लेगी, इस सिरोलॉजिकल सर्वे में हर उम्र के व्यक्ति का ब्लड सैम्पल लिया जाएगा। इन 20000 लोगों के ब्लड सैंपल को एनसीडीसी लैब में जांच के लिए भेज जाएगा।
दरअसल यह सर्वे इसलिए किया जा रहा है कि दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं जो लोग कोरोना से संक्रमित हुए और उनमें कोरोना के लक्षण है वो तो टेस्ट करा लेते हैं लेकिन NCDC के मुताबिक दिल्ली में बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो कोरोना से संक्रमित हुए और ठीक भी हो गए और उन्हें पता भी नहीं चला कि वो कोरोना से संक्रमित होकर कब ठीक हो गए। क्योंकि बिना लक्षण वाले लोग अपना टेस्ट नहीं कराते। इन ब्लड सैंपल लेने का मकसद यही है कि उन लोगों के बारे में पता लगाया जा सके जो लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक भी हो गए और उन्हें पता ही नहीं चला कि वो कोरोना संक्रमण का शिकार हुए।
जून के अंत में शुरू होगा सिरोलॉजिकल सर्वे
माना जा रहा है कि 20000 ब्लड सैंपल कि जब रिपोर्ट आएगी तो उसके बाद दिल्ली में कोरोना से निपटने के लिए जो मौजूदा स्वास्थ्य सेवाएं हैं, उनमें भी बदलाव हो सकता है। एनसीडीसी के सूत्रों के मुताबिक सिरोलॉजिकल सर्वे फिलहाल दिल्ली में किया जा रहा है और यह सर्वे जून के अंत में शुरू होगा और 10 जुलाई तक इसे खत्म कर लिया जाएगा। एनसीडीसी के सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के बाद ऐसा ही सर्वे एनसीडीसी मुंबई और अहमदाबाद में भी करेगी क्योंकि वहां पर भी कोरोना के मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है।