![Moti Nagar Assembly Seat](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
दिल्ली में फरवरी के पहले हफ्ते यानी 5 तारीख को विधानसभा के चुनाव हैं। दिल्ली की खास सीटों की बात करें तो मोती नगर विधानसभा इनमें से एक है। मोती नगर विधानसभा एक सामान्य सीट है। इस सीट पर आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के उम्मीदवार प्रमुख रूप से चुनाव लड़ रहे हैं। अभी ये सीट आम आदमी पार्टी के कब्जे में है। यहां से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अपनी जीत की हैट्रिक लगाने की कोशिश में हैं।
AAP, BJP और कांग्रेस से ये हैं उम्मीदवार
मोती नगर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने हरीश खुराना को चुनावी मैदान में उतारा है। इस सीट से दो बार विधायक शिव चरण गोयल हैं, जो कि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार है। कांग्रेस से राजेंद्र सिंह नामधारी चुनावी मैदान में हैं।
पिछली बार AAP ने 14 हजार वोटों से जीत दर्जी की
साल 2020 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार शिव चरण गोयल ने 14,072 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। शिव चरण गोयल को 53.83 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 60,622 वोट मिले थे। उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार सुभाष सचदेवा को हराया था, जिन्हें 46,550 वोट (41.34 प्रतिशत) मिले थे।
2015 में भी गोयल ने बीजेपी के सुभाष सचदेवा को हराया
साल 2015 के विधानसभा चुनाव में भी आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार शिव चरण गोयल ने यह सीट जीती थी। उन्हें 53.07 प्रतिशत वोटों के साथ 60,223 वोट मिले थे। तब बीजेपी उम्मीदवार सुभाष सचदेवा को 45,002 वोट (39.66 प्रतिशत) मिले थे और वे दूसरे स्थान पर रहे थे। शिव चरण गोयल ने बीजेपी उम्मीदवार सुभाष सचदेवा को 15,221 वोटों के अंतर से हराया था।
दिल्ली में महिलाएं हैं गेम चेंजर वोटर
बता दें कि दिल्ली में कुल मतदाताओं की संख्या 1.55 करोड़ है, जिसमें 71.74 लाख महिला मतदाता और 83.89 लाख पुरुष मतदाता हैं। इसे देखते हुए तीनों प्रमुख पार्टियों ने महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए कई महत्वपूर्ण वादे किए हैं, जिसमें वित्तीय सहायता जैसी महिलाओं के लिए विशेष योजनाओं की घोषणा भी शामिल है।
दिल्ली में मुफ्त के वादों की झड़ी
दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने महिलाओं को 2,100 रुपये प्रति माह देने का वादा किया है, जबकि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने अपनी पेशकश बढ़ाकर 2,500 रुपये कर दी है। इसके अलावा सभी पार्टियों ने गर्भवती महिलाओं को नकद सहायता और सरकारी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा का वादा किया है।
दिल्ली में सीट जीतने के बेताब है कांग्रेस
दिल्ली में लगातार 15 साल तक सत्ता में रही कांग्रेस को पिछले दो विधानसभा चुनावों में झटका लगा है। वह एक भी सीट नहीं जीत पाई है। कांग्रेस तीसरी बार सत्ता में आने की उम्मीद कर रही है। आम आदमी पार्टी शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए कामों को जनता के सामने रख रही है।