दिल्ली दंगों की जांच कर रही स्पेशल टीम ने दंगों को लेकर बड़ा खुलासा किया है। जांच में सामने आया है कि दिल्ली दंगों के एक आरोपी ने मलेशिया में जाकर ज़ाकिर नाईक से भी मुलाकात की थी। बता दें कि जाकिर नाइक को आतंकी साजिश रचने के लिए भारतीय एजेंसियां तलाश कर रही हैं। स्पेशल सेल ने अदालत में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की है। जिसमें दिल्ली दंगों से जाकिर नाइक के कनेक्शन और विदेशी फंडिंग की बात सामने आई है। दरअसल बीती फरवरी के महीने में नार्थ ईस्ट दिल्ली में हुए दंगों की जहा क्राइम ब्रांच जांच कर रही थी, वही स्पेशल सेल ने भी एक अलग FIR दंगो की साज़िश को लेकर दर्ज की थी। उसी जांच में यह खुलासा हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्पेशल सेल ने दंगों के एक मास्टरमाइंड खालिद सैफी को बीती महीने गिरफ्तार किया था और उसका पासपोर्ट भी बरामद किया था। तफ्तीश में उसी पासपोर्ट की डिटेल्स से पता चला कि खालिद ने भारत से फरार ज़ाकिर नाईक से मुलाक़ात की थी। ये वही खालिद सैफी है जिसने दंगों के पहले शाहीनबाग में ताहिर हसैन और जेएनयू के पूर्व छात्र उमर ख़ालिद के साथ शाहीनबाग मे मीटिंग की थी जिसमें दंगों का प्लान बना था।
विदेशों से आया दंगों के लिए पैसा
दंगो में पैसे के सॉर्स और फंडिग को लेकर भी तफ्तीश की गई थी। स्पेशल सेल के मुताबिक CAA विरोधी प्रदर्शन में भडकाऊ भाषण देने वाली और दंगों के आरोप में गिरफ्तार इशरत जहां को भी फंड मिला था। ये फंड गाजियाबाद और महाराष्ट्र के उसके कुछ रिश्तेदारों से मिला था। जिन्होंने ने फंड दिया उनसे पूछताछ की जानी थी लेकिन कोरोना की वजह से अभी पूछताछ नहीं हुई है। आरोपी खालिद सैफी को दंगों के लिए सिंगापुर के NRI ने पैसे भेजे थे जो खालिद के NGO में ट्रांसफर हुआ था। बता दें की खालिद सेफी मेरठ के रहने वाले अपने पार्टनर के साथ NGO चलाता है जिस से पूछताछ जल्द होगी। तफ्तीश के मुताबिक खालिद सैफी ने कई देशों का दौरा किया था फंड जुटाने के लिए और ज़ाकिर नाईक से भी मिला था। आरोपी इशरत जहां और खालिद सैफी को PFI, सिंगापुर और सऊदी अरब से मिले पैसों की जांच की जा की जा रही है।