नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में इस साल मच्छर कुछ ज्यादा ही परेशान कर रहे हैं और इसके पीछे की वजह मच्छरों की तादात में हुई बढ़ोतरी है। दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने मच्छरों का घनत्व जानने के लिए हाल ही में एक सर्वे किया है और सर्वे के बाद सामने आई जानकारी चिंता पैदा करती है। सर्वे के अनुसार दक्षिणी दिल्ली के के कुछ क्षेत्रों में मच्छरों की तादात सामान्य की तुलना में 6 गुना ज्यादा मिली है। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने मच्छरों का घनत्व का पता करने के लिए तुगलकाबाद एक्सटेंशन, नेब सराय, महावीर एन्कलेव और हरी नगर में सर्वे किया है।
मच्छरों की घनत्व बढ़ने के पीछे वजह इस साल अचानक तापमान में हुई बढ़ोतरी को माना जा रहा है, इसके अलावा कई जगहों पर नमी की वजह से भी मच्छरों को पनपने का मौका मिला है। सर्वे में पता चला है कि दक्षिणी दिल्ली के पश्चिमी जोन में कुछ जगहों पर हर घंटे प्रति व्यक्ति 7.2 मच्छर मिले हैं, सेंट्रल जोन में 6.6 तथा दक्षिणी जोन में 5.8 मच्छर पाए गए हैं। इसके अलावा नजफगढ़ क्षेत्र में घनत्व 4.8 दर्ज किया गया है।
हालांकि राहत की बात ये है कि जिन मच्छरों का घनत्व बढ़ा है वे मलेरिया और डेंगू जैसी घातक बीमारियां नहीं फैलाते हैं, शायद यही वजह है कि ज्यादा मच्छर होने के बावजूद इस तरह की बीमारियों के कम मामले देखने को मिल रहे हैं। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार सामान्य तौर पर मच्छर 35 डिग्री तापमान होने पर एक्टिव हो जाते हैं और इस साल क्योंकि तापमान में अचानक बढ़ोतरी हुई है, ऐसे में मच्छरों का घनत्व भी बढ़ गया है।
कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से दिल्ली में पहले ही नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है, ऊपर से मच्छरों ने दिल्ली वालों के के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। दिल्ली सरकार सहित नगर निगमों और अन्य सरकारी विभागों को चाहिए कि समय रहते मच्छरों की इस समस्या से दिल्ली वालों को राहत दिलाए।