Highlights
- दिल्ली में अब तक संक्रमित पाए गए सभी लोगों की संख्या बढ़कर 15,06,798 पर पहुंच गई।
- स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में 9 मरीजों की मौत भी हुई है।
- शुक्रवार को 97,762 सैंपल्स की जांच हुई और संक्रमण दर बढ़कर 17.73 प्रतिशत तक पहुंच गई।
नयी दिल्ली: दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 17,335 नए मामले सामने आए। पिछले साल 8 मई के बाद पहली बार इतनी ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। संक्रमण के नए मामलों को मिलाकर दिल्ली में अब तक संक्रमित पाए गए सभी लोगों की संख्या बढ़कर 15,06,798 पर पहुंच गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में 9 मरीजों की मौत भी हुई है जिससे इस रोग के चलते अपनी जान गंवाने वाले लोगों का आंकड़ा बढ़कर 25,136 हो गई। शुक्रवार को 97,762 सैंपल्स की जांच हुई और संक्रमण दर बढ़कर 17.73 प्रतिशत तक पहुंच गई।
अस्पतालों में भर्ती हैं 1390 मरीज
वहीं, शुक्रवार को 8,951 लोगों ने इस बीमारी को मात भी थी जिससे अब तक वायरस के संक्रमण से मुक्त होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 14,41,789 हो गई। दिल्ली में इस समय ऐक्टिव केस की संख्या 39,873 हो गई है और अस्पतालों में भर्ती कुल मरीजों की संख्या 1390 है।। संक्रमण के मामलों में गुरुवार की तुलना में महत्वपूर्ण वृद्धि देखी गई है। गुरुवार को संक्रमण के 15,709 मामले सामने आए थे जबकि संक्रमण दर 15.34 प्रतिशत रही थी। इससे पहले बुधवार को 10,665 जबकि मंगलवार को 5,481 मामले सामने आए थे।
8 मई को आए थे 17364 मामले
शुक्रवार से पहले एक दिन में संक्रमण के सबसे अधिक मामले 8 मई को सामने आए थे जबकि 17,364 लोग संक्रमित मिले थे और संक्रमण दर 23.34 प्रतिशत रही थी। उस दिन 332 रोगियों की मौत हुई थी। इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने महानगर के सभी सरकारी अस्पतालों से कहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण में बढ़ोतरी को देखते हुए अपने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दें। मातृत्व अवकाश और चिकित्सा अवकाश की छुट्टियां इनमें शामिल नहीं है।
स्वास्थ्य कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी एक आदेश में कहा गया है, ‘कोविड-19 के मामलों में हाल में आई बढ़ोतरी को देखते हुए और दिल्ली-एनसीआर में कोविड-19 महामारी के प्रभावी प्रबंधन के लिए दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के सभी सरकारी अस्पतालों के एमडी/एमएस/निदेशकों को निर्देश दिया गया है कि तत्काल प्रभाव से सभी चिकित्सा एवं गैर चिकित्सा कर्मियों को मातृत्व अवकाश एवं अन्य चिकित्सा अवकाश को छोड़कर सभी तरह की छुट्टियां रद्द कर दें, अगर ये छुट्टियां पहले ही मंजूर की जा चुकी हैं।’