नई दिल्ली: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में मंगलवार रात अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के मशाल जुलूस में 1500 से ज्यादा स्टूडेंट्स शामिल हुए। दरअसल विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव से पहले अभियान के तहत जुलूस का आयोजन किया गया था। मशाल जुलूस जेएनयू के गंगा ढाबा से शुरू होकर चंद्रभागा हॉस्टल तक गया, जिसमें जेएनयू के विभिन्न विभागों के सैकड़ों छात्रों ने हिस्सा लिया।
भारत माता की जय के नारे लगे
भारत माता यात्रा में शामिल एबीवीपी के अध्यक्ष प्रत्याशी उमेश चंद्र अजमीरा, उपाध्यक्ष प्रत्याशी दीपिका शर्मा, सचिव प्रत्याशी अर्जुन आनंद और संयुक्त सचिव प्रत्याशी गोविंद दांगी के नेतृत्व में मशाल मार्च निकाला गया। भारत माता की जय और वंदे मातरम जैसे नारों से जेएनयू परिसर गूंज उठा।
एबीवीपी के जेएनयू इकाई सचिव ने क्या कहा?
एबीवीपी के जेएनयू इकाई सचिव विकास पटेल ने कहा, 'आज हमने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में गंगा ढाबा से चंद्रभागा छात्रावास तक एक विशाल मशाल जुलूस निकाला, जिसमें बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया। इस मशाल जुलूस में उमड़ी भीड़ से यह स्पष्ट है कि वामपंथियों का जेएनयू से सफाया होने जा रहा है और विद्यार्थी परिषद जेएनयू छात्र संघ चुनाव में सभी चार सीटों पर ताकत के साथ आ रही है।
बता दें कि शनिवार को एक आधिकारिक बयान में बताया गया था कि एबीवीपी ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ चुनाव के लिए अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पदों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है।
विज्ञप्ति में कहा गया था कि अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव के अलावा, एबीवीपी ने 42 परामर्शदाताओं के पदों के लिए भी अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है। इन 42 काउंसलर का चुनाव 16 स्कूलों और कई विशेष संयुक्त केंद्रों में होगा। अध्यक्ष पद की बहस 20 मार्च को होनी है और चुनाव 22 मार्च को होने हैं।