Highlights
- इनका मुद्दा अरविंद केजरीवाल को रोकना है: सिसोदिया
- '2024 का चुनाव PM-CM केजरीवाल के बीच ही होगा'
- 'झूठे आरोप में जेल में डालने का षड्यंत्र रचा जा रहा है'
Manish Sisodia: एक्साइज पॉलिसी में कथित भ्रष्टाचार को लेकर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के आवास पर बीते दिन शुक्रवार को सीबीआई की टीम ने छापेमारी की। इसे लेकर मनीष सिसोदिया ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सिलसिलेवार कई ट्वीट करते हुए केंद्र सरकार पर हमला बोला है।
मनीष सिसोदिया ने कहा, "जिस एक्साइज पॉलिसी के नाम पर इन्होंने मेरे घर CBI की रेड कराई, वो एक्साइज पॉलिसी देश की सबसे शानदार एक्साइज पॉलिसी है। अगर इन्होंने एक्साइज पॉलिसी के लागू होने के ठीक 48 घंटे पहले LG से उनका निर्णय न बदलवाया होता, तो इससे हर साल दिल्ली सरकार को 10,000 करोड़ का राजस्व मिलता।"
'ये कितनी भी कोशिश कर ले...'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को टैग करते हुए एक अन्य ट्वीट में कहा, इनका मुद्दा भ्रष्टाचार है ही नहीं, इनका मुद्दा है अरविंद केजरीवाल जी को रोकना। लेकिन ये कितनी भी कोशिश कर ले, कितने भी षड्यंत्र रच लें, 2024 का चुनाव नरेंद्र मोदी जी और अरविंद केजरीवाल जी के बीच ही होगा।"
'इनकी परेशानी भ्रष्टाचार है ही नहीं'
उन्होंने कहा, "लेकिन इनकी परेशानी भ्रष्टाचार है ही नहीं, इनकी परेशानी है अरविंद केजरीवाल जी, जिनके बारे में आज देशभर में चर्चा हो रही है, कि 2024 में एक मौका केजरीवाल को दिया जाए। इसलिए, झूठे आरोप में केजरीवाल जी के शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को जेल में डालने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।"
सिसोदिया ने कहा, "दरअसल इनका मुद्दा भ्रष्टाचार है ही नहीं, अगर मुद्दा शराब माफिया का भ्रष्टाचार रोकना होता तो सबसे पहले CBI की रेड गुजरात में होती, जहां गुजरात सरकार की 10,000 करोड़ की एक्साइज चोरी हो रही है और ये चोरी यही लोग करा रहे हैं।"
'मेरा कंप्यूटर, मोबाइल फोन जब्त किया'
इससे पहले सीबीआई की छापेमारी के बाद सिसोदिया ने कहा था कि कई घंटों की तलाशी के बाद एजेंसी ने उनका कंप्यूटर और मोबाइल फोन जब्त कर लिया और उसने कुछ फाइल भी अपने कब्जे में ले ली। गौरतलब है कि CBI ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया के आवास और 30 अन्य स्थानों पर शुक्रवार को छापे मारे।
जांच एजेंसी ने दावा किया है कि सिसोदिया के निकट सहयोगी की कंपनी को कथित रूप से एक करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। वहीं, सिसोदिया का कहना है कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और वह सीबीआई की जांच और उसकी छापेमारी से भयभीत नहीं हैं।