नई दिल्ली: दिल्ली स्थित मोम के पुतलों का म्यूजियम 'मैडम तुसाद' भले ही कनॉट प्लेस स्थित जगह से बंद हो गया हो, लेकिन अप्रैल 2022 में एक बार फिर नई जगह पर आम नागरिकों के लिए खुलेगा। कंपनी इसके खुलने के साथ ही फ्रंटलाइन वर्कर्स और उन लोगों को टिकट पर स्पेशल डिस्काउंट देगी, जिनका टीकाकरण हो गया है। मैडम तुसाद का संचालन मर्लिन एंटरटेनमेंट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी करती है। दिल्ली एनसीआर के टॉप मॉल्स में से एक जगह पर मैडम तुसाद को अपनी नई जगह मिलेगी। जगहों को लेकर सारी औपचारिकता पूरी कर ली गई है, हालांकि कंपनी और मॉल के बीच कुछ चीजों पर करार होना बाकी है।
दरअसल वैश्विक महामारी के चलते मैडम तुसाद मार्च 2020 से बंद चल रहा था। जिसके बाद दिसंबर महीने से ही मैडम तुसाद के लिए नई जगह ढूढने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। कंपनी ने कई पहलुओं पर चर्चा करने के बाद ये फैसला लिया है कि मैडम तुसाद को अप्रैल 2022 में शुरू किया जाए। साथ ही टीकाकरण को प्रेरित करने के उद्देश्य से उन लोगों को स्पेशल डिस्काउंट दिया जाएगा, जिन्होंने अपना टीकाकरण करवाया है। वहीं वैश्विक महामारी में फ्रंटलाइन वर्कर्स की भूमिका को देखते हुए मैडम तुसाद को देखने आने वाले फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी टिकट पर स्पेशल डिस्काउंट दिया जाएगा।
मर्लिन एंटरटेनमेंट्स इंडिया प्राईवेट लिमिटेड के डायरेक्टर अंशुल जैन ने आईएएनएस को बताया, "हम मैडम तुसाद के लिए दिल्ली एनसीआर में ही दूसरी जगह ढूंढ रहे हैं। दिल्ली एनसीआर के टॉप मॉल्स में से कुछ के साथ हमारी बातचीत आखिरी पड़ाव पर है। हालांकि जिस मॉल में बहतर सुविधा मिलेगी हम उसी जगह को चुन लेंगे।" "यदि कोई और मॉल हमें बहतर सुविधा दे सकता है तो हम उस जगह को भी देख सकते हैं। लेकिन हम 99.9 फीसदी अप्रैल 2022 में इसकी शुरूआत फिर से कर देंगे।"
उन्होंने बताया कि, "महामारी में फ्रंट लाइन वर्कर्स ने बहुत महत्वपूर्ण काम किया है, हम सभी फ्रंटलाइंसन वर्कर्स को टिकट पर स्पेशल डिस्काउंट देंगे। साथ ही उन लोगों को भी एक्स्ट्रा डिस्काउंट देंगे जिन्होंने अपना टीकाकरण करवाया होगा। इसका उद्देश्य लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करना है।" "मोम के पुतलों की देख रेख के लिए हमारे पास मेकअप आर्टिस्ट है, स्टूडियों स्टाइलिस्ट, टेक्नीशियन और हेयर स्टाइलिस्ट की एक विशेष टीम है। जो हर हफ्ते पुतलों की बारीकी से जांच करती है, हमने पुतलों को दिल्ली स्थ्ति एक जगह पर सुरक्षित रखा हुआ है।"
दरअसल मैडम तुसाद को फिर से खोलने से पहले कंपनी ने कोरोना महामारी को लेकर सभी पहलुओं पर विचार किया गया, जिसमें अभी तक कितने टीकाकरण हुए हैं, आगामी महीनों में शहरी-ग्रामीण इलाकों में कितने और टीकाकरण हो सकते हैं। इन सब पहलुओं को देखा गया। इसके अलावा कंपनी ने बच्चों की स्कुल टाइमिंग को भी देख कर भी ये फैसला किया है कि इसे अप्रैल महीने में ही शुरू किया जाए क्योंकि जनवरी, फरवरी और मार्च में बच्चों के इम्तिहान का वक्त होता है जिसके कारण कम ही बच्चे उस वक्त घर से बाहर निकलते है। अंशुल जैन के अनुसार, सभी पहलुओं पर विचार कर ये तय किया है कि, साल के आखिर तक टीकाकरण अधिक्तर लोगों के हो जाएगा। वहीं आर्थिक गतिविधियां भी फिर से शुरू हो जाएंगी।
दरअसल, मैडम तुसाद में 50 प्रसिद्ध हस्तियों के मोम के पुतले मौजूद है, जिन्हें लोग दूर दूर से देखने आते थे। इसमें बॉलीवुड एक्टर अमिताभ बच्चन, शाहरूख खान, हॉलीवुड गायक माइकल जैक्सन, लेडी गागा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली, पूर्व कप्तान कपिल देव आदि हस्तियों के पुतले मौजूद हैं।