दिल्ली के पटेल नगर इलाके में लव जिहाद का एक नया मामला सामने आया है। पीड़िता ने बताया कि उसका पति शादी से पहले उससे सिख युवक बनकर मिला था और उसने अपना नाम गुरप्रीत बताया था। पीड़िता ने बताया कि युवक से उसकी मुलाकात फेसबुक पर हुई थी और उस वक्त उसने अपना नाम गुरप्रीत बताया था। दोनों में प्यार बढ़ा जिसके बाद उन दोनों ने 2016 में झंडेवालान मंदिर में शादी कर ली। शादी के दो महीने बाद ससुराल जाने पर लड़की को पता चला कि उसका पति असल में मुस्लिम है और उसका नाम नूर मोहम्मद है। पीड़िता ने यह भी बताया कि सुसराल वालों ने बिना उसे बताए उसका धर्म परिवर्तन कर दिया और दोनों की कोर्ट मैरिज भी करा दी और लड़की को बिना बताए उसका धर्म परिवर्तन भी करा दिया। पीड़िता ने बताया कि ससुराल वालों ने उसका नाम भी बदल दिया। उसने बताया कि शादी से पहले उसका नाम पिंकी था जिसे बाद में बदलकर आलिया कर दिया गया। पीड़िता ने बताया कि नूर मोहम्मद शादी के बाद पिंकी के साथ मारपीट भी करने लगा। उसके परिवार के लोग भी उसे प्रताड़ित करने लगे। लड़की के पिता का आरोप है कि गुरप्रीत उर्फ नूर मोहम्मद ने प्लान के तहत ही ये शादी की थी।
बिना बताए नाम और धर्म भी बदला
पीड़िता ने बताया कि कैसे उसे धोखे में रखकर नूर मोहम्मद ने उसे अपनी जाल में फंसाए रखा। लड़की ने बताया कि नूर मोहम्मद ने सबसे पहले लड़की से कहा कि अगर तुम मुझसे प्यार करती हो तो अपने हाथ पर गुरप्रीत सिंह के नाम का टैटू बनवाओ फिर शादी के बाद उसने नाम की जगह मोर के पंख का टैटू बनवा दिया। पीड़िता ने यह भी बताया कि उसके हाथ पर पहले एक और टैटू बनवाया था जिस पर ओम लिखा हुआ था उसने उसे भी हटवा दिया। उसकी मां का नाम भी उसके हाथ पर लिखा हुआ था जिसे नूर मोहम्मद ने उसे भी हटवा दिया। पीड़िता ने कहा कि एक बार नूर मोहम्मद उसे छोड़कर चला गया था जिसके बाद नूर की मां ने उसे बताया कि कोर्ट मैरिज कर लो फिर नूर कही नहीं जाएगा। और नूर के परिवार वालों ने कब उसका कोर्ट में धर्म परिवर्तन करा दिया उसे पता भी नहीं चला। उसने बताया कि जब वह नूर के घर रहने के लिए आई तो उसके घर वाले उसे 3 महीने तक घर में बंद कर दिया। नूर मोहम्मद के घर पर जो भी उसके रिश्तेदार या दोस्त आते थए तो वह उन्हें बताता था कि उनलोगों ने उसका धर्म बदलकर उसे मुस्लमान बना दिया है। लड़की ने बताया कि उसे नहीं मालूम था कि उसे मुस्लमान बना दिया गया है।
नूर मोहम्मद और उसके परिवार वालों ने सिख बनकर धोखा दिया
वहीं लड़की के पिता ने बताया कि नूर मोहम्मद उसके घर पर जब शादी के लिए आया था तो बिल्कुल सरदार बनकर आया था और अपने परिवार वालों को भी सिख परिवार की तरह बनाकर ले आया था। उन्हें जांच-पड़ताल का मौका भी नहीं मिला। जब लड़की की शादी हो गई और जब वह गर्भवती हुई एक बच्चा पैदा हो गया तो उन्हें पता चला कि वह लड़का मुस्लमान है। उसके बाद लड़की के पिता ने लड़की से पूछा कि अब वह क्या चाहती है तो उसने कहा कि रहने दो पापा अब तो बच्चा भी हो गया अब ऐसे ही जिंदगी बितानी है। लेकिन जब वह और उसके परिवार वाले लड़की के साथ मारपीट करने लगे तो लड़की ने इससे पहले थाने में शिकायत दर्ज करवाई थी कई बार सुलह कराने की कोशिश की गई लेकिन जब वह नही माना तो लड़की ने उससे अलग होने का फैसला कर लिया।