नई दिल्लीः बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के आरोपों का जवाब दिया है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली के सीएम अभी तुरंत जेल से बाहर आए हैं। हनुमान मंदिर जाकर भी राम का नाम नहीं निकला। वह अनर्गल बातें कर रहे हैं। यह दारू (शराब) का प्रभाव है। केजरीवाल ने अपना उत्तराधिकारी नहीं बताया जबकि वो जेल में रहे।
केजरीवाल से पूछा ये सवाल
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि पीएम के लिए अनेकों प्रकार के अपशब्द का प्रयोग किया गया। केजरीवाल से पूछना चाहता हं कि कहां गए उनके साथ जो सारे नेता जुड़े थे। कुमार विश्वास, शाजिया इल्मी, आशुतोष, योगेंद्र यादव और न जाने कौन कौन...। स्टार प्रचारकों की सूची में पहला नाम केजरीवाल की पत्नी का आता है।
केजरीवाल पर लगाया ये आरोप
बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि लाइव लोकेशन दें, केस के मेरिट पर टिप्पणी कर उन्होंने न्यायालय के फैसले को गलत किया। सुप्रीम कोर्ट ने केस पर बोलने से मना किया है। पाकिस्तान के पूर्व मंत्री फवाद चौधरी इनकी तारीफ कर रहे है, स्वागत दिल्ली से लेकर इस्लामाबाद तक हो रहा है। कांग्रेस पार्टी को सेकेंडरी कर दिया है। बोल रहे हैं पीएम उनकी चर्चा करते हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का मखौल उड़ाते हुए नजर आ रहे हैं। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि लाल कृष्ण आडवाणी 90 वर्ष की उम्र तक सांसद रहे। वो बताए अन्ना हजारे के साथ क्या किया। अन्ना हजारे ने तो चिट्ठी भी लिखी शराब घोटाले के बाद।
केजरीवाल को याद दिलाई पुरानी बातें
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि केजरीवाल ने 20 साल आगे की बात की और 10 साल में उनकी स्थिति क्या हो गई। 10 साल पहले अरविंद केजरीवाल कहा था कि मैं राजनीति में नहीं आऊंगा, न कांग्रेस से समर्थन लूंगा। 10 साल में कितना बदल गए आप? 20 साल बाद आपका अस्तित्व भी रहेगा या नहीं? भारत आज जिस मुकाम पर खड़ा है, वह किसी नई राजनीति के प्रयोग का समय नहीं है, बल्कि आजमाए हुए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक मजबूत राष्ट्रवादी सरकार लाने का समय है।
तेजस्वी यादव के बयान पर किया पलटवार
तेजस्वी यादव के बयान पर सुधाशु त्रिवेदी ने कहा कि पीएम मोदी को हटाने का सपना देखते देखते खुद बिहार की सरकार से हट गए। उनके परिवार से 2 और लोग आ गए हैं। परिवार में देखे कही वहां से न हट जाए। खड़गे के बयान पर कहा कि वो कोई नई बात नही कर रहे हैं। वो हताश हैं और निराश हैं। इस वजह से ऐसे बयान दे रहे है उनके मंसूबे पूरे नहीं होंगे।
रिपोर्ट- अविनाश तिवारी