दिल्ली की सभी 7 सीटों पर 25 मई को लोकसभा के चुनाव होने हैं। उससे पहले दिल्ली कांग्रेस में घमासान मचा है। नाराज नेता एक-एक कर पार्टी छोड़ रहे हैं। इस बीच, अरविंदर सिंह लवली के बाद अब दिल्ली की दो लोकसभा सीटों के पर्यवेक्षकों नीरज बसोया और नसीब सिंह ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। दोनों नेताओं ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे अलग-अलग पत्रों में पार्टी को छोड़ने के लिए कांग्रेस के आम आदमी पार्टी (AAP) गठबंधन को मुख्य रूप से जिम्मेदार ठहराया है।
नीरज बसोया ने पत्र में क्या कहा?
पूर्व विधायक और पश्चिमी दिल्ली संसदीय सीट के पार्टी पर्यवेक्षक नीरज बसोया ने कहा, "दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ पार्टी के गठबंधन से व्यथित होकर मैं आपको यह पत्र भेज रहा हूं। AAP के साथ हमारा जारी गठबंधन बेहद अपमानजनक है, क्योंकि 'आप' पिछले 7 वर्षों में कई घोटालों से जुड़ी रही है। AAP के शीर्ष तीन नेता-अरविंद केजरीवाल, सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया पहले से ही जेल में हैं। AAP पर दिल्ली शराब घोटाले और दिल्ली जल बोर्ड घोटाले जैसे विभिन्न मुद्दों पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप हैं। मेरा मानना है कि एक स्वाभिमानी पार्टी नेता के तौर पर मैं अब पार्टी से नहीं जुड़ा रह सकता।" बसोया ने पत्र में कहा, "मैं पार्टी के सभी पदों और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा देता हूं। पिछले 30 वर्षों में सभी अवसर देने के लिए मैं सोनिया गांधी जी को धन्यवाद देता हूं।"
नसीब सिंह ने बताए ये कारण
पूर्व विधायक और उत्तर पश्चिम दिल्ली के लिए पार्टी पर्यवेक्षक नसीब सिंह ने देवेंद्र यादव को दिल्ली कांग्रेस प्रमुख नियुक्त किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा, "आज आपने देवेंद्र यादव को डीपीसीसी प्रमुख नियुक्त किया है। उन्होंने AICC (पंजाब प्रभारी) के रूप में पंजाब में पूरी तरह से अरविंद केरीवाल के झूठे एजेंडे पर हमला करने के आधार पर एक अभियान चलाया है और आज दिल्ली में उन्हें प्रशंसा और समर्थन करने का दायित्व दिया जाएगा। 'आप' और उसके प्रमुख अरविंद केजरीवाल, पार्टी में हाल के घटनाक्रम से बेहद दुखी और अपमानित होकर मैं पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं।''
बता दें कि पार्टी से दो इस्तीफे ऐसे समय में आए हैं जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरविंद सिंह लवली ने केंद्रीय नेतृत्व के साथ मतभेदों के चलते दिल्ली इकाई प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया है। अरविंद सिंह लवली ने अपने इस्तीफे में बताया कि वो दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) से गठबंधन के खिलाफ थे। साथ ही दिल्ली की दो सीटों पर बाहरी व्यक्ति कन्हैया कुमार और उदित राज को लेकर भी अरविंदर सिंह लवली ने अपने इस्तीफे पत्र में निशाना साधा था।
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