दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक बड़ी राहत का एलान किया है। दिल्ली सरकार ने एक लिस्ट जारी की है। ये अस्पताल सीमित संख्या में ईडब्ल्यूएस कोटे के गरीब मरीजों का मुफ्त कोरोना का इलाज करेंगे। दिल्ली ने ऐसे 53 अस्पतालों की लिस्ट जारी की है। इससे पहले कल दिल्ली सरकार ने राजधानी के तीन बड़े निजी अस्पतालों को कोविड अस्पताल घोषित किया था। जिसमें गंगाराम हॉस्पिटल, मूलचंद खैरातीलाल अस्पताल शामिल हैं।
दिल्ली सरकार ने आज एक 53 अस्पतालों की लिस्ट जारी की है। लिस्ट जारी करते हुए दिल्ली सरकार ने कहा है कि ये वे अस्पताल हैं जिनमें 50 से अधिक बिस्तर उपलब्ध हैं। इन अस्पतालों को सस्ती दरों पर जमीन आवंटित की गई थी। इसी उपकार के बदले अब इन अस्पतालों को दिल्ली सरकार को बिस्तर उपलब्ध कराने हैं। आदेश के अनुसार ये अस्पताल अपनी कुल क्षमता के 10 प्रतिशत कोरोना के मरीज भर्ती करेंगे। इनका इलाज मुफ्त होगा। इसके साथ ही ईडब्ल्यूएस कोटे के मरीजों के लिए 25 प्रतिशत ओपीडी मुफ्त होंगी।
तीन बड़े अस्पताल करेंगे कोविड का इलाज
दिल्ली सरकार ने राजधानी के 3 बड़े प्राइवेट हॉस्पिटल को दिल्ली सरकार ने कोविड हॉस्पिटल बनाया है। इसमें मूलचंद हिस्पिटल, सरोज सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और गंगाराम हॉस्पिटल को कोविड हॉस्पिटल बनाया गया। गंगाराम हॉस्पिटल में 80 फीसदी बेड भी कोरोना के मरीज के लिए उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा राज्य सरकार ने राजधानी के 61 निजी अस्पतालों को भी 20 प्रतिशत बिस्तरों को कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित करने के लिए कहा है।
आदेश के तहत मूलचंद खैराती लाल अस्पताल के सभी 100 फीसदी बिस्तर कोरोना के लिए रिजर्व किए गए हैं। कुल 140 बिस्तरों में से 126 पेड कोविड बैड और 14 बिस्तर ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत फ्री होंगे। वहीं सरोज सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल के सभी 154 बिस्तर कोविड 19 के लिए रिजर्व होंगे। इसमें 139 बिस्तर पेड और 15 बिस्तर ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत फ्री होंगे। वहीं सर गंगाराम हॉस्पिटल के 508 में से 80 प्रतिशत बिस्तर कोरोना के लिए रिजर्व होंगे। इसमें 457 पेड और 51 बिस्तर ईडब्ल्यूएस के तहत फ्री होंगे। वहीं गंगा राम अस्पताल में 20 प्रतिशत बिस्तरों पर नॉन कोविड मरीजों के इलाज की अनुमति होगी।
61 अस्पतालों के 20 प्रतिशत बैड कोविड 19 के लिए
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राजधानी के 61 निजी अस्पतालों को अपने 20 प्रतिशत बिस्तरों को कोविड 19 के लिए रिजर्व करने का फैसला किया है। साथ ही जो अस्पताल अपने 20 प्रतिशत बिस्तरों के लिए अलग व्यवस्था करने में असमर्थ हैं उन्हें पूरी तरह से कोरोना अस्पताल में परिवर्तित किया जाएगा।