नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना वायरस काफी फैल चुका है। 11 जुलाई तक राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के मामले सामने आने के कारण कंटेनमेंट जोन की संख्या 652 तक पहुंच गई। इनमें से नॉर्थ दिल्ली में 72, नई दिल्ली में 38, नॉर्थ-वेस्ट दिल्ली में 46, साउथ-वेस्ट दिल्ली में 101, वेस्ट दिल्ली में 93, साउथ-ईस्ट दिल्ली में 40, साउथ दिल्ली में 75, शाहदरा में 50, ईस्ट दिल्ली में 50, नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में 29 और सेंट्रल दिल्ली में 58 कंटेनमेंट जोन हैं।
हालांकि, आपको बता दें कि रविवार को दिल्ली में लगातार दूसरे दिन कोविड-19 के मामलों की संख्या दो हजार से कम बनी रही और स्वस्थ होने की दर सुधर कर लगभग 80 प्रतिशत हो गई। वहीं दिल्ली प्रशासन ने यहां कोरोना वायरस के मरीजों के उपचार के बाद स्वस्थ होने की अच्छी दर के मद्देनजर स्टेडियमों को अस्थायी कोविड देखभाल केंद्रों के रूप में इस्तेमाल में लाने की योजना फिलहाल स्थगित कर दी है।
राष्ट्रीय राजधानी में रविवार तक बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,573 नये मामले सामने आए, जिससे मामलों की संख्या बढ़कर 1,12,494 हो गयी, जबकि इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 3,371 पहुंच गई। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के एक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है। जुलाई में पहली बार लगातार दो दिनों तक राजधानी में संक्रमण के 2,000 से कम मामले सामने आए हैं।
शनिवार को संक्रमण के 1,781 नए मामले सामने आए थे। बुलेटिन के अनुसार रविवार को कोविड-19 से स्वस्थ होने की दर 79.97 प्रतिशत हो गई। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पल्स ऑक्सीमीटर को ‘सुरक्षा कवच’ करार देते हुए कहा कि इसने दिल्ली में घरों में पृथक-वास में रह रहे कोविड-19 के मरीजों की मौत की संख्या कम करने में मदद पहुंचायी है।
बुलेटिन के मुताबिक अब तक कुल 89,968 मरीज संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। फिलहाल 19,155 मरीज उपचाराधीन हैं। दिल्ली सरकार ने सभी जिलाधिकारियों (डीएम) से अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड-19 से निपटने के लिए किए गए उपायों का दस्तावेजीकरण करने के लिए कहा है। इसका उद्देश्य संक्रमण को नियंत्रित करने के प्रयासों को दर्शाना है।