दिल्ली शराब नीति मामले में ED ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। ED के ज्वाइंट डायरेक्टर लेवल के अफसरों ने सीएम से पूछताछ के बाद उन्हें अरेस्ट कर लिया। अरविंद केजरीवाल का मोबाइल ले लिया गया है। घर के बाहर भारी पुलिसबलों की तैनाती है और रैपिड एक्शन फोर्स को केजरीवाल के घर के बाहर तैनात कर दिया गया है। इतना ही नहीं केजरीवाल के घर के बाहर धारा 144 भी लगाई गई है। ऐसे में हम आपको ये बता देते हैं कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में ऐसे क्या आरोप लगे हैं कि उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
338 करोड़ रुपए का मनी ट्रेल
दरअसल, ईडी की जांच में सामने आया है कि प्रोसीड ऑफ क्राइम के दौरान 338 करोड़ रुपए आम आदमी पार्टी तक पहुंचे हैं। बता दें कि मनीष सिसोदिया की बेल पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी ने 338 करोड रुपए की मनी ट्रेल अदालत के सामने रखी थी। इसमें यह साबित हो रहा था कि आबकारी नीति के दौरान शराब माफिया से 338 करोड़ रुपए आम आदमी पार्टी तक पहुंचे हैं और आम आदमी पार्टी के संरक्षक अरविंद केजरीवाल है, लिहाजा उनसे पूछताछ करना जरूरी है।
वीडियो कॉल के जरिए मिले थे केजरीवाल
दूसरा आरोप ये है कि आबकारी घोटाले के आरोपी इंडोस्पिरिट के डायरेक्टर समीर महेंद्रू ने पूछताछ में ईडी को बताया कि अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबी विजय नायर ने उसकी मुलाकात फेस टाइम एप (वीडियो कॉल) के जरिये अरविंद से करवाई थी। जिसमें अरविंद केजरीवाल ने उससे बोला था कि विजय नायर उसका आदमी है और उसे नायर पर भरोसा रखना चाहिए।
केजरीवाल ने बढ़वाया था मार्जिन प्रॉफिट
ईडी की जांच में ये भी सामने आया है कि मनीष सिसोदिया के तत्कालीन सचिव सी अरविंद ने पूछताछ के दौरान बताया कि आबकारी नीति में 6% का मार्जिन प्रॉफिट था, जिसे अरविंद केजरीवाल की मंजूरी से ही 12% किया गया था। यानी आबकारी नीति बनाने में अरविंद केजरीवाल की भी भूमिका थी।
केजरीवाल के घर पर भी हुई थी मीटिंग
वहीं दिल्ली की नई आबकारी नीति को लेकर मीटिंग अरविंद केजरीवाल के घर पर भी हुई थी। नई आबकारी नीति को लेकर जो कैबिनेट बैठक हुई थी, वह कैबिनेट बैठक मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई जाती है। इन्हीं कुछ बिंदुओं को आधार बनाकर ईडी अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करेगी।
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