दिल्ली के कंझावला केस को लेकर कवि और पूर्व राजनेता कुमार विश्वास का दर्द छलका है। 10 वर्ष पहले हुए जघन्य निर्भया रेप कांड को याद करते हुए कुमार विश्वास ने कहा कि आज भी दिल्ली में कुछ भी नहीं बदला है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस में कई अहम बदलाव अत्यंत आवश्यक हैं।
कुमार विश्वास ने अपने ट्वीट में लिखा, "पीठ पर आज भी ताजा हैं वो लाठियां, आंसू-गैस के गोले और वाटर-कैनन। दामिनी से अंजली तक, 10 साल में कुछ नहीं बदला। ना सियासत न पुलिस। दिल्ली-पुलिस का आमूल-चूल ओवरहाल आवश्यक है। देश की राजधानी में जितनी साधन-सम्पन्न व अत्याधुनिक पुलिस होनी चाहिए, दिल्ली-पुलिस उस चेहरे से दशकों पीछे है।"
वहीं इससे पहले इस घटना को लेकर पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रहीं किरण बेदी का भी बयान आया था। उन्होंने भी इस घटना को लेकर पुलिस और उसकी प्रतिक्रिया को लेकर भी सवाल उठाया थे।
किरण बेदी ने कहा, "इस घटना से 3 बातें सामने आती हैं। पहला है पुलिस की प्रतिक्रिया करने की प्रणाली में देरी होना। दूसरा, लोगों में क़ानून का भय न रहना और तीसरा पुलिस का नागरिक एजेंसियों के साथ एकीकरण न होना। अगर सड़क पर रोशनी नहीं होगी तो कौन किसे सूचना देगा?"
पंचतत्व में विलीन हुई अंजलि
वहीं मंगलवार को अंजलि का अंतिम संस्कार किया गया। मंगोलपुरी के श्मशान घाट में अंजलि को आखिरी विदाई देने के लिए जनसैलाब भी उमड़ पड़ा। कई लोगों ने 'अंजलि को इंसाफ दो' के भी नारे लगे। अंजलि की 31 दिसंबर की रात 12 किलोमीटर तक वह कार में फंसकर सड़क पर घिसटने की वजह से मौत हो गई थी। वहीं अंजलि की मां ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की है।