Highlights
- सिसोदिया के घर पर छापे के बाद से आम आदमी पार्टी लगातार एलजी पर हमलावर रही है।
- छापे के बाद केजरीवाल और एलजी के बीच इससे पहले कोई साप्ताहिक बैठक नहीं हुई थी।
- पिछले कुछ हफ्तों से बैठक नहीं हुई क्योंकि मैं शहर से बाहर था: अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को लेफ्टिनेंट गवर्नर वीके सक्सेना से मुलाकात की। दोनों के बीच यह मुलाकात दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर हुई छापेमारी के बाद पहली बार हुई थी। बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और लेफ्टिनेंट गवर्नर के बीच हर शुक्रवार को मीटिंग होती है, लेकिन छापे के बाद केजरीवाल और एलजी के बीच इससे पहले कोई साप्ताहिक बैठक नहीं हुई थी। सिसोदिया के घर पर छापे के बाद से आम आदमी पार्टी लगातार एलजी पर हमलावर रही है।
‘खुशनुमा माहौल में हुई बैठक’
बैठक के बाद सीएम केजरीवाल ने कहा कि बैठक ‘खुशनुमा माहौल’ में संपन्न हुई। उन्होंने बताया कि दोनों ने मीटिंग में दिल्ली से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘उपराज्यपाल के साथ हमारी साप्ताहिक बैठक होती है। लेकिन पिछले कुछ हफ्तों से बैठक नहीं हुई क्योंकि मैं शहर से बाहर था। आज बैठक अनुकूल माहौल में संपन्न हुई और हम दोनों ने शहर के कई मुद्दों पर चर्चा की। मैंने उनसे अनुरोध किया है कि हम नगर निगम से जुड़े मुद्दों के लिए मिलकर काम करें।’
‘जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था’
केजरीवाल ने यह भी कहा कि बैठक के दौरान ‘कूड़े के पहाड़’ और शहर में स्वच्छता व्यवस्था को ठीक करने के मुद्दों पर भी चर्चा की गई। सिसोदिया के घर पर छापेमारी के बाद उपराज्यपाल के साथ कई मुद्दों पर चल रही खींचतान के सवाल पर केजरीवाल ने कहा, ‘जो कुछ भी हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था। मुझे उम्मीद है कि अब स्थिति में सुधार होगा। आज, हम दोनों के बीच बहुत अच्छा माहौल था।’ बता दें कि हाल ही में उपराज्यपाल ने केजरीवाल सरकार को MCD के 2 साल से लंबित 383 करोड़ रुपये जारी करने को कहा।
LG ने पैसे जारी करने को कहा था
सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शिक्षा एवं स्वास्थ्य मदों में नगर निगम का 383.74 करोड़ रुपये का बकाया जारी करने को कहा था। LG के दफ्तर ने सक्सेना द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे गये पत्र को ट्विटर पर बुधवार को साझा करते हुए कहा कि उन्होंने पिछले दो सालों से लंबित इस बकाया रकम को जारी करने का आग्रह किया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि ‘अकारण’ पैसे रोकने से दिल्ली में प्राथमिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य की स्थिति पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है। बता दें कि पैसे जारी करने का मुद्दा AAP और BJP के बीच टकराव का एक बड़ा कारण है।