नई दिल्ली: दिल्ली के दिल दहलाने वाले कंझावला केस में फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। कार की शुरुआती फॉरेन्सिक जांच में पता चला है कि हादसे के बाद अंजलि कार के अगले बाएं पहिए में फंसी थी। ज्यादातर खून के धब्बे कार के फ्रंट लेफ्ट टायर में मिले हैं। फॉरेन्सिक जांच के दौरान कार के नीचे दूसरे हिस्सों में भी खून के धब्बे मिले हैं। हालांकि अंजलि कार के अंदर थी इस बात का कोई भी सबूत नहीं मिला है। वहीं, गिरफ्तार सभी आरोपियों के खून के सैंपल भी फॉरेन्सिक जांच के लिए FSL भेज दिए गए हैं। जांच के बाद पता चलेगा कि उस रात पांचों आरोपी शराब के नशे में धुत थे या फिर नहीं। वैसे अभी तक कि रिपोर्ट में यही है कि उस रात पांचों आरोपियों ने जमकर शराब पी हुई थी।
अंजलि की बॉडी में ब्रेन नहीं मिला
अंजलि की डिटेल्ड पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी सामने आ गई है जिसके मुताबिक उसके शरीर पर जगह-जगह 40 चोट के निशान है। अंजलि के दोनों घुटने छिले हुए थे। उसकी आंखों, माथे और नाक पर भी चोट के निशान है लेकिन प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान नहीं है। अंजलि के लंग्स शरीर से बाहर आ चुके थे। इसके अलावा उसकी बॉडी में ब्रेन नहीं मिला है।
अंजलि की मौत घसीटने से हुई- पोस्टमार्टम रिपोर्ट
इससे पहले अंजलि की नॉर्मल पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी सामने आ थी जिसमें कहा गया है कि अंजलि की मौत घसीटने की वजह से हुई थी। उसके सिर, रीढ़ और शरीर के निचले हिस्से में गंभीर चोट लगी थी। कार से घसीटने की वजह से दोनों घुटने भी डैमेज हो गए थे। अंजलि की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस फोर्स की मौजूदगी में अंजलि का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
कंझावला केस में गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर जो रिपोर्ट तलब की गई उसके बाद दिल्ली पुलिस ने तेजी दिखाई। मंगलवार तक हुए प्रोग्रेस को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने गृह सचिव को जानकारी दी। केस में पुलिस कमिश्नर को रिपोर्ट सौंपी गई जिसके मुताबिक-
- 13 किमी के रूट पर 5 पीसीआर वैन तैनात थी
- चश्मदीद दीपक से पुलिस ने 20 से ज्यादा बार बात की
- पहली पीसीआर कॉल 2.18 बजे मिली
- मामले की गंभीरता देखते हुए 9 PCR वैन लगाई गई
- आरोपियों ने गाड़ी आगे-पीछे करके अंजलि को कुचला
- आरोपियों को अंदाजा था कार में कुछ अटका है
- 2.5 किमी बाद ही आरोपियों ने लड़की का हाथ देखा था
- लड़की को गिराने के लिए 4 बार यूटर्न मारा
'एक्सीडेंट के बाद आरोपियों को पता था कि अंजलि कार के नीचे है'
इस बीच अंजलि की दोस्त निधि सामने आई है। ये वो दोस्त है जो उस रात अंजलि के साथ उसकी स्कूटी पर थी। अंजलि की दोस्त निधि ने इंडिया टीवी के कैमरे पर बड़ा खुलासा किया है। निधि ने बताया है कि उस रात कार सवार आरोपियों ने जानबूझकर अंजलि को 12 किलोमीटर गाड़ी से घसीटा था। एक्सीडेंट के बाद उन्हें पता चल गया था कि अंजलि कार के नीचे है। वो बचाओ-बचाओ चिल्लाती भी रही लेकिन कार नहीं रूकी। 12 किलोमीटर तक अंजलि घसीटती रही और आख़िर में उसकी मौत हो गई। निधि ने ये भी खुलासा किया है कि उस रात उन्होंने उसके ऊपर भी कार चढ़ाने की कोशिश की थी।
अंजलि को मरता छोड़ क्यों भागी निधि?
लेकिन सवाल ये भी उठ रहे हैं कि आखिर सहेली निधि ने अंजलि को बचाने की कोशिश क्यों नहीं की। वो हादसे के बाद मौक़े से क्यों भाग गई, उसने क्यों घर जाकर इस बारे में किसी को कुछ नहीं बताया। सबसे बड़ा सवाल ये है कि खुद को अंजलि की दोस्त कहने वाली निधि 2 दिन के बाद क्यों सामने आई वो भी तब जब सीसीटीवी से पता चला कि हादसे वाली रात मौके पर वो भी मौजूद थी।