नई दिल्ली। जहांगीरपुरी सांप्रदायिक दंगा मामले में आरोपियों से चल रही जांच और पूछताछ में कई नए खुलासे हो रहे हैं। आधिकारिक सूत्रों ने कहा है कि 28 वर्षीय इमाम उर्फ सोनू उर्फ यूनुस, जिसने झड़पों के दौरान कथित तौर पर गोलियां चलाई थीं, गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली से भागने की योजना बना रहा था।
इमाम को 18 अप्रैल को मंगल बाजार रोड से गिरफ्तार किया गया था, जो उस सड़क से मुश्किल से एक किलोमीटर दूर है जहां उसने हिंसा के दौरान गोलियां चलाई थीं। पुलिस ने 19 अप्रैल को उसे स्थानीय अदालत में पेश किया था, जहां से उसे चार दिन की हिरासत में भेज दिया गया था।
सूत्रों ने कहा, "वह किसी व्यक्ति से पैसे लेने के लिए मंगल बाजार आया था। हालांकि, पुलिस को उसकी उपस्थिति के बारे में पता चला और उसे मौके से ही पकड़ लिया गया।" गौरतलब है कि आरोपी जहांगीरपुरी इलाके में चिकन की दुकान का मालिक है।
वीडियो में नीले रंग के कुर्ते में गोलियां चलाते दिखा था
इससे पहले 17 अप्रैल को, एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें नीले रंग का कुर्ता पहने एक व्यक्ति को राष्ट्रीय राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में सांप्रदायिक झड़पों के दौरान भीड़ पर गोलियां चलाते हुए दिखाया गया था। जिस तरह से वह भीड़ पर सीधे गोली चला रहा था, वह कथित दंगाइयों की क्रूरता को दर्शाता है, जो उस समय तक पुलिस के लिए अज्ञात था।
पुलिस पर था सोनू चिकना को पकड़ने का दबाव
दंगे 16 अप्रैल को हुए थे और उक्त वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, जिससे पुलिस पर उसे पकड़ने का दबाव बढ़ रहा था। 18 अप्रैल को उत्तर पश्चिम जिला पुलिस के विशेष अमले की टीम आरोपी की तलाश में जहांगीरपुरी के सी ब्लॉक में गई थी। पुलिस टीम कथित शूटर के घर पहुंची तो उसके परिवार वालों ने पथराव किया। घटना के दौरान, पत्थर लगने से दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर सतेंद्र खारी के दाहिने टखने में चोट लग गई।
मंगल बाजार इलाके से किया हुआ था गिरफ्तार
इसके बाद, पुलिस ने जहांगीरपुरी पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की धारा 186, 353, 332 और 34 के तहत एक अलग प्राथमिकी दर्ज की और आरोपी के एक रिश्तेदार की पहचान सलमा के रूप में की गई। इसके बाद पुलिस ने अपनी जांच को और तेज कर दिया और उसी दिन शाम को आरोपी को मंगल बाजार इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया।
विशेष पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) दीपेंद्र पाठक ने कहा था कि इमाम की गिरफ्तारी सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक थी क्योंकि जब से उनकी शूटिंग का वीडियो वायरल हुआ था, उसे सभी दंगाइयों में सबसे खूंखार माना जा रहा है।
इनपुट:आईएएनएस