नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में किसान आंदोलन वाली जगहों यानि सिंघू बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर तथा इनसे सटे इलाकों में इंटरनेट सेवाओं को रविवार 31 जनवरी रात तक अस्थाई तौर पर बंद कर दिया गया है। गृह मंत्रालय ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है और दिल्ली पुलिस कमिश्नर को इस संबंध में सूचित कर दिया गया है। पहले भी सरकार इन जगहों पर इंटरनेट सेवा बंद कर चुकी है लेकिन बाद में बहाल किया गया था। अब एक बार फिर से इन जगहों पर इंटरनेट सेवा को बंद रखने का फैसला किया गया है। सुरक्षा कारणों से इंटरनेट सेवा को बंद किया गया है।
दरअसल 26 जनवरी के दिन किसान नेताओं के मार्च में दिल्ली में कई जगहों पर भारी हिंसक घटनाएं हुई थीं और कुछ किसान संगठनों से जुड़े लोग लाल किले के अंदर पहुंच गए थे तथा उस जगह पर अपना झंडा फहरा दिया था जहां पर 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश का तिरंगा फहराते हैं। उस दिन हुई हिंसक घटनाओं की वजह से सरकार ने इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी थी।
सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि हरियाणा में भी इंटरनेट सेवाएं बंद हैं, हरियाणा सरकार ने किसानों के आंदोलन के मद्देनजर किसी गड़बडी को रोकने के उद्देश्य से राज्य के 14 और जिलों में 30 जनवरी की शाम पांच बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित रखने के शुक्रवार को आदेश जारी किए। गृह विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया कि वॉयस कॉल को छोड़कर शनिवार शाम पांच बजे तक अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाडी और सिरसा जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं तत्काल प्रभाव से निलंबित रहेंगी। सरकार ने मंगलवार को सोनीपत, झज्जर और पलवल जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित करने का आदेश दिया था। आदेश के अनुसार इन तीन जिलों में भी शनिवार शाम पांच बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी।