Highlights
- देश में तेजी से बढ़ते ओमीक्रोन के मामलों से बढ़ी चिंता
- देश में ओमीक्रोन मरीजों की कुल संख्या 77 पहुंच गई है
- दिल्ली में अभी तक ओमीक्रोन स्वरूप के 10 मामले सामने आए हैं- सत्येंद्र जैन
Omicron Cases India: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में अभी तक कोरोना वायरस के नए स्वरूप ‘ओमीक्रोन’ के 10 मामले सामने आए हैं और उनमें से किसी की हालत ‘‘गंभीर’’ नहीं है। उन्होंने बताया कि संदेह के आधार पर 40 लोगों को लोकनायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से 38 कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। बता दें कि, देश में ओमिक्रॉन मरीजों की कुल संख्या 77 पहुंच गई है।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने पत्रकारों से कहा, ‘‘दिल्ली में अभी तक ओमीक्रोन स्वरूप के 10 मामले सामने आए हैं। इनमें से एक को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।’’ उन्होंने बताया कि इनमें से किसी की हालत ‘‘गंभीर’’ नहीं है। दिल्ली में मंगलवार तक ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप के छह मामले सामने आए थे, जो बुधवार को बढ़कर 8 और गुरुवार को 10 हो गए।
मंत्री ने बताया कि कई अंतरराष्ट्रीय यात्री इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने पर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसे आठ लोगों को आज (बृहस्पतिवार को) ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है।’’ जैन ने बीते मंगलवार को कहा था कि ‘ओमीक्रोन’ के मामले अभी सामुदायिक स्तर पर नहीं फैले हैं और स्थिति अभी नियंत्रण में है। ‘ओमीक्रोन’ के सभी मरीजों की हालत भी स्थिर है।
इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में कोरोना वायरस के ‘ओमीक्रोन’ स्वरूप से संक्रमित पाए गए पहले व्यक्ति को एलएनजेपी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। तंजानिया से दो दिसंबर को दिल्ली लौटे 37 वर्षीय व्यक्ति इससे संक्रमित पाए गए थे, जबकि उनका पूर्ण टीकाकरण हो चुका था।
देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। देश के दिल्ली, केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और राजस्थान समेत अबतक 11 राज्यों में ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले आ चुके हैं। देश में ओमिक्रॉन केसों की कुल संख्या 77 पहुंच गई है। देश में ओमिक्रॉन के सबसे अधिक केस महाराष्ट्र में सामने आए हैं। बता दें कि, कोरोना के डेल्टा वैरियंट से भी ज्यादा तेजी से फैलने वाले ओमिक्रॉन का पहला केस 24 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था। इसके बाद 26 नवंबर को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के इस नए वैरियंट को लेकर चिंता जताई थी। भारत में ओमिक्रॉन के पहले केस का पता 2 दिसंबर को कर्नाटक में चला था।