नई दिल्ली: दिल्ली में पिछले 48 घंटों में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के 5 जवानों को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है। उनमें से 2 पुलिस के साथ दिल्ली में कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे थे। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली सरकार गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी के क्लिनिकल ट्रायल को नहीं रोकेगी क्योंकि उसके शुरुआती नतीजे अच्छे हैं। इस घोषणा से कुछ दिनों पहले केंद्र ने कहा था कि कोरोना वायरस मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी प्रायोगिक चरण में है और इससे जीवन के लिए घातक जटिलताएं पैदा होने की आशंका है।
ऑनलाइन प्रेस वार्ता में केजरीवाल ने कहा कि एक मरीज जिसकी हालत गंभीर थी, उसे प्लाज्मा थेरेपी देने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। साथ ही कहा कि दिल्ली सरकार को केंद्र से लोक नायक जयप्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में परीक्षण करने की अनुमति मिल गई है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर की जा रही जांच के चलते राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के मामले ज्यादा हैं।
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र के बयान के बाद प्लाज्मा थेरेपी को लेकर भ्रम था और कहा कि उन्हें फोन कॉल आने शुरू हो गए कि क्या दिल्ली सरकार इनका परीक्षण रोक देगी। उन्होंने कहा, “हम प्लाज्मा थेरेपी के क्लिनिकल ट्रायल को नहीं रोकने वाले हैं। हमें थेरेपी के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। हालांकि यह प्रायोगिक स्तर पर है। इस थेरेपी के परिणाम अब तक अंतिम नहीं हैं। हमें उम्मीद है कि हमें जल्द ही समाधान मिल जाएगा।” मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने कहा है कि जिन्हें प्लाज्मा थेरेपी परीक्षण कराने को लेकर उसकी अनमुति प्राप्त है वे आगे बढ़ सकते हैं लेकिन जिनके पास आवश्यक अनुमति नहीं है, उन्हें यह नहीं करना चाहिए।