गुरूवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी हवाई अड्डे से पुणे के लिए फ्लाइट रवाना होने के लिए तैयार थी। यात्री भी अपनी कुर्सियों की पेटी बांध चुके थे कि तभी सूचना मिलती है कि इस फ्लाइट में बम है। सूचना मिलते ही हडकंप मच गया। इस सूचना के बाद फ्लाइट को रोक दिया गया और यात्रियों को उतारकर जांच कराई गई। फ्लाइट को आइसोलेशन बे में ले जाया गया था, जहां गहनता से जांच की गई लेकिन कुछ नहीं मिला।
फोन को सर्विलांस पर रखा तो खुला मामला
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की। जांच के दौरान इस मामले कुछ ऐसे तथ्य सामने आए कि पुलिस भी उन्हें जानकर हैरान हो गई। जब फ्लाइट की जांच के दौरान उसमे कुछ नहीं मिला तो पुलिस ने मामला दर्ज किया और जिस नंबर से कॉल आया उसे सर्विलांस पर रखा। पुलिस को मालूम चला कि यह नंबर अभिनव प्रकाश का नंबर है। पुलिस ने द्वारका सेक्टर-22 में आरोपित के घर पर छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी ब्रिटिश एयरवेज में ट्रेनी टिकट एजेंट है।
मनाली में दो लड़कियों से हुई दोस्ती
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह और उसके दो दोस्त राकेश और कुनाल रोड ट्रिप पर मनाली गए थे। यहां उनकी दो लड़कियों से दोस्ती हो गई। वो दोनों लड़कियां गुरुवार को स्पाइसजेट की फ्लाइट से दिल्ली एयरपोर्ट से पुणे जा रही थीं। आरोपित के दोस्तों ने कहा कि वह महिला मित्र के साथ और समय गुजारना चाहते हैं। आरोपी ने बताया कि दोनों दोस्तों ने किसी भी तरह से उससे फ्लाइट को लेट कराने के लिए कहा।
स्पाइसजेट के कॉल सेंटर पर किया फोन
इसके बाद तीनों ने प्लान बनाया कि स्पाइसजेट के कॉल सेंटर पर कॉल कर फ्लाइट में बम होने की झूठी जानकारी दी जाए। इस तरीके से कॉल करके वह फ्लाइट को रद्द कराना चाह रहे थे। उन्होंने स्पासजेट के कॉल सेंटर पर फ़ोन करके कहा कि इसमें बम है, जिसके बाद जब दोबारा स्पाइस जेट की ओर से उसे कॉल किया जा रहा था तो वह कॉल का कोई जवाब नहीं दे रहा था। पुलिस ने बताया कि इस मामले में एक आरोपी अभिनव को गिरफ्तार कर लिया और उसके दोस्त राकेश, कुणाल अभी फरार हैं। उन्हें जल्दी ही गिरफ्तार किया जाएगा।