AIIMS दिल्ली में सर्वर डाउन हुए करीब एक हफ्ते से भी ज्यादा का समय हो गया है। AIIMS का सर्वर कैसे हैक हुआ, किसने किया इसकी जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की IFSO यूनिट कर रही है। सूत्रों के मुताबिक AIIMS के इन्फेक्टेड सर्वर को जांच के लिए सेंट्रल फोरेंसिक लैब (CFSL) भेजा गया है। CFSL इसकी जांच कर यह पता लगाएगी कि इस सर्वर को कहां से हैक किया गया और इसका सोर्स क्या है? क्या यह हैकिंग भारत से ही की गई है या बाहर से किसी ने यह हरकत की है। अब तो यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
CFSL की जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है
सेंट्रल फोरेंसिक लैब की दिल्ली और अहमदाबाद की टीम इस इन्फेक्टेड सर्वर की जांच कर रही है। इसके अलावा दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट जिसे पहले साइपेड कहा जाता था वह भी अपने एक्सपर्ट्स के साथ एक पैररल जांच कर रहे हैं। हांलाकि अभी तक हैकिंग के सोर्स का पता नहीं लग पाया है। AIIMS के जो सर्वर रिस्टोर किए जा चुके है या जिनका रेक्टिफिकेशन का काम चल रहा है उसमें गृह मंत्रालय से लेकर IT मंत्रालय और कई अलग-अलग विभाग काम कर रहे हैं। सर्वर हैक कैसे हुआ इसकी आधिकरिक तौर पर जांच दिल्ली पुलिस कर रही है और अनौपचारिक तौर पर NIA भी AIIMS जाकर इसकी जांच में शामिल हुई। CFSL की रिपोर्ट आने के बाद जल्द ही दिल्ली पुलिस कोई आधिकारिक बयान जारी करेगी। दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है बहुत जल्द पुलिस इसमें कोई बयान जारी करेगी।
200 करोड़ फिरौती की खबर झूठी -दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस को AIIMS की तरफ से ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है कि हैकर ने किसी भी तरह के कोई एमाउंट मांगे हैं। कई जगहों पर यह अफवाह उड़ाई जा रही कि हैकर ने AIIMS से 200 करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की है। हैकर ने न किसी और एमाउंट की या फिर क्रिप्टोकरेंसी की मांग की है। पुलिस का कहना है कि AIIMS से किसी तरह की कोई डिमांड नहीं की गई है। इसके साथ ही पाकिस्तान या ISI की ये साजिश हो, ऐसा अभी तक की जांच में सामने नहीं आया है ऐसा कुछ नहीं है। पुलिस का यह भी कहना है कि इसे अभी साइबर टेररिज्म भी नहीं कहा जा सकता, रिपोर्ट्स के बाद ही चीजें साफ होंगी। CFSL की रिपोर्ट के बाद दिल्ली पुलिस जल्द कोई न कोई स्टेटमेंट आज शाम या कल तक जारी कर सकती है।