नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी के महेश खींची दिल्ली के नए मेयर चुने गए हैं। गुरुवार को हुए मतदान में उन्हें आप को 133 तो बीजेपी को 130 वोट मिले। दो पार्षदों का वोट इनवैलिड घोषित किया गया। वहीं, पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा के सीट पर पहुंचते ही सिविक सेंटर में हंगामा शुरू हो गया। जानकारी के अनुसार, कांग्रेस पार्षदों ने सदन में हंगामा किया। कांग्रेस पार्षदों ने आप के मेयर पर दलितों के हक़ मारने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। कांग्रेस के सभी 8 पार्षदों ने सदन से वाकआउट किया।
मेयर-डिप्टी मेयर चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी कांग्रेस
कांग्रेस के मेयर-डिप्टी मेयर चुनाव में हिस्सा नहीं ले रहे हैं। कांग्रेस ने अगले दलित मेयर के लिए नियोजित सीमित कार्यकाल पर असंतोष व्यक्त करते हुए गुरुवार को दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला किया। एक घंटे देर से शाम 3.05 बजे सत्र शुरू होते ही कांग्रेस पार्षद नाजिया दानिश और अन्य लोग सदन के वेल में एकत्र हो गए और शहर के विकास के लिए अपने कार्यकाल में कुछ नहीं करने के लिए आप की आलोचना की।
कांग्रेस पार्षद सबीला बेगम ने बदला पाला
बीजेपी सांसद बांसुरी ने कही ये बात
उधर, बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि अभी मतदान चल रहा है और हमने अभी अपना मत दिया है। भाजपा का एक-एक कर्मठ कार्यकर्ता भारत की प्रकृति और दिल्ली को प्रकृति के पथ पर अग्रसर करने के लिए प्रतिबद्ध है। आज यदि भाजपा का चयन होता है और भाजपा के मेयर और डिप्टी मेयर चुने जाते हैं तो मैं जानती हूं MCD जिस निष्क्रियता से AAP के कारण ग्रसित है। उसको दूर कर MCD अपना कर्तव्य निभाएगी और दिल्ली की जनता के लिए बीजेपी काम करके दिखाएगी।
वहीं, बीजेपी सांसद कमलजीत सहरावत का कहना है कि मेयर का चुनाव पार्टी के लिए नहीं बल्कि उम्मीदवार के लिए है। दिल्ली की स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी के लोग संकट में हैं। मुझे यकीन है कि बीजेपी का मेयर चुना जाएगा।
दिल्ली में कौन होगा मेयर
आम आदमी पार्टी ने देवनगर से पार्षद महेश खिची को मेयर पद के लिए उम्मीदवार बनाया है, जबकि अमन विहार से पार्षद रविंदर भारद्वाज डिप्टी मेयर के लिए खड़े हैं। इस बीच, भाजपा ने शकूरपुर से किशन लाल को मेयर पद के उम्मीदवार के रूप में और सादतपुर से नीता बिष्ट को उप महापौर पद के लिए प्रत्याशी बनाया है।
आप वर्तमान में 142 वोटों के साथ मामूली बढ़त पर है, जिसमें तीन राज्यसभा सांसद, 13 विधायक और 126 पार्षद शामिल हैं। जबकि बीजेपी के पास सात लोकसभा सांसदों और 114 पार्षदों के समर्थन से 122 वोट हैं।