Highlights
- गेस्ट टीचरों ने शनिवार को दिल्ली सरकार के विरुद्ध अपने आंदोलन को तेज किया
- कांग्रेस ने भी समर्थन दिया और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार ने भी हिस्सा लेने पहुंचे
- इस विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों वोकेशनल टीचर भी मौजूद रहे
नई दिल्ली: ऑल इंडिया शिक्षक संघ के हजारों गेस्ट टीचरों ने शनिवार को दिल्ली सरकार के विरुद्ध अपने आंदोलन को तेज किया। समान कार्य-समान वेतन और दिल्ली सरकार के विद्यालयों में कार्यरत सभी गेस्ट टीचरों को स्थायी करने की मांग को लेकर दिल्ली के उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के घर का टीचरों ने घेराव किया। हालांकि इस घेराव का दिल्ली कांग्रेस ने भी समर्थन दिया और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल कुमार ने भी हिस्सा लेने पहुंचे, वहीं इस विरोध प्रदर्शन में सैकड़ों वोकेशनल टीचर भी मौजूद रहे।
इन मौके पर अनिल कुमार ने शिक्षक संघ को आश्वासन दिया, "दिल्ली में गेस्ट टीचरों के समान काम-समान वेतन और उन्हें स्थायी करने की उनकी लड़ाई कांग्रेस पार्टी उनके साथ खड़ी है और हर स्तर पर हम हजारों गेस्ट टीचरों के अधिकारों की आवाज उठा रहे हैं।"
"दिल्ली कांग्रेस का गेस्ट टीचरों के समर्थन के परिणाम स्वरूप ही दवाब में आकर मुख्यमंत्री अरविंद और उपमुख्यमंत्री ने गेस्ट टीचरों के वेतन में वृद्धि की घोषणा की।"
उन्होंने आगे कहा, "आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पंजाब में भ्रामक बयान दे रहे हैं। केजरीवाल अपने वादे अनुसार, दिल्ली के गेस्ट टीचरों को नियमित करने में पहल क्यों नही करते, जो पंजाब में उनके लिए उदाहरण साबित हो सके।"
दिल्ली कांग्रेस के अनुसार, पिछले 7 वर्षो में 3 चुनावी घोषणा पत्रों में केजरीवाल सरकार ने 12 बार गेस्ट टीचरों को स्थायी करने के संबध में आश्वासन दिया था, लेकिन नतीजा आज भी गेस्ट टीचर स्थायी करने और सुप्रीम कोर्ट के आदेश समान काम-समान वेतन के अधिकार के लिए सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं।