नई दिल्ली: दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों पर कोरोना वायरस की टेस्टिंग बढ़ाने में अड़चन डालने का आरोप लगाया है। जैन ने गृह मंत्रालय के सचिव को लिखे अपने पत्र में कहा है कि उन्हें कुछ अधिकारियों से यह पता चला है कि उनके ऊपर कोरोना की टेस्टिंग नहीं बढ़ाने के लिए दबाव डाला जा रहा है। जैन ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि दिल्ली में एक चुनी हुई सरकार है और केंद्र को इसके फैसले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। बता दें कि दिल्ली सरकार कोरोना की टेस्टिंग वर्तमान के 20 हजार प्रतिदिन से बढ़ाकर 40 हजार प्रतिदिन करना चाहती है।
‘कोरोना की टेस्टिंग नहीं बढ़ाने दे रहा गृह मंत्रालय’
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भारत सरकार के गृह सचिव अजय भल्ला को लिखे अपने पत्र में कहा है, 'मैं यह पत्र माननीय गृह मंत्री जी को लिखना चाहता था, लेकिन उनकी तबीयत खराब है और वह एम्स में भर्ती हैं, इसलिए आपको लिख रहा हूं।' पत्र में कोरोना के बढ़ते मामलों का हवाला देते हुए जैन ने लिखा है कि उनकी सरकार चाहती है कि दिल्ली में प्रतिदिन हो रहे 20 हजार टेस्ट की लिमिट को एक सप्ताह में बढ़ाकर 40 हजार किया जाए। उन्होंने इसी पत्र में आगे लिखा कि उन्हें कुछ अधिकारियों से पता चला है कि गृह मंत्रालय द्वारा दिल्ली के अफसरों पर कोरोना की टेस्टिंग और नहीं बढ़ानी है।
‘दिल्ली सरकार के काम में हस्तक्षेप क्यों’
जैन ने पत्र में लिखा, 'मैं इस बात से हतप्रभ हूं कि दिल्ली सरकार के काम में गृह मंत्रालय द्वारा हस्तक्षेप क्यों किया जा रहा है। दिल्ली में एक चुनी हुई सरकार है जो सभी निर्णय लेने के सक्षम है।' उन्होंने सवाल किया कि दिल्ली की सरकार को टेस्टिंग के लिए क्यों रोका जा रहा है जबकि पूरी दुनिया में ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग को इस महामारी को रोकने के लिए सबसे अच्छी नीति माना गया है। अंत में जैन ने लिखा है, 'मेरी आपसे गुजारिश है कि इस तरह का दबाव न बनाया जाए। दिल्ली सरकार दिल्ली में कोरोना का टेस्ट बढ़ा रही है और केंद्र सरकार को इसके अंदर हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।'