Highlights
- जहांगीरपुरी में स्थानीय शांति समिति की अपील
- दोनों समुदायों के लोग एक-दूसरे से गले मिले
- भाईचारे के लिए साथ निकालेंगे 'तिरंगा यात्रा'
नई दिल्ली। दिल्ली के हिंसा प्रभावित जहांगीरपुरी के सी-ब्लॉक में स्थानीय शांति समिति के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को क्षेत्र में शांति व सद्भाव की अपील की। इस दौरान दोनों समुदायों के लोग एक-दूसरे से गले मिले और दोबारा ऐसी घटनाएं न हों, यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया। कुशल चौक में संवाददाता सम्मेलन के दौरान मौजूद स्थानीय लोगों ने कहा कि वे रविवार को भाईचारे का प्रतिनिधित्व करने के लिए इलाके में 'तिरंगा यात्रा' निकालेंगे।
मुस्लिम समुदाय के एक प्रतिनिधि तबरेज खान ने कहा, ''हम सद्भाव से रहना चाहते हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। हम पुलिस से बल और बैरिकेडिंग कम करने का अनुरोध करते हैं।'' हिंदू समुदाय के एक स्थानीय निवासी और रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष इंदर मणि तिवारी ने कहा, ''यह (हिंसा) घटना वास्तव में चिंताजनक है। कृपया अफवाहों पर विश्वास न करें। यहां पहली बार सांप्रदायिक झड़पें हुई हैं। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे दोबारा न हों।''
उन्होंने स्थिति से निपटने और झड़पों को आगे बढ़ने से रोकने में पुलिस की भूमिका की सराहना की। डीसीपी (उत्तर पश्चिम) उषा रंगनानी ने लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया। डीसीपी ने कहा, ''मुझे खुशी है। दोनों समुदायों के बीच शांति बनी रहनी चाहिए। मैंने एच और जी ब्लॉक में दुकानों को खुलने से कभी नहीं रोका है। मुझे नहीं पता कि ये दुकानें क्यों बंद हैं। हम इन ब्लॉकों में दुकानें और व्यवसाय खोलने की सुविधा प्रदान करेंगे।''
बता दें कि पुलिस ने जहांगीरपुरी हिंसा मामले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो किशोरों को भी पकड़ा गया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, उसने जहांगीरपुरी हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किये गये पांच लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक, क्राइम ब्रांच की एक टीम पश्चिम बंगाल भेजी गई है, जहां वह राज्य से संबद्ध (गिरफ्तार) लोगों के रिश्तेदारों से पूछताछ कर रही है।