Highlights
- 2 एकड़ में बने इस पार्क चरतीलाल गोयल हेरिटेज पार्क रखा गया है।
- 20 मार्च को देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस पार्क का उद्घाटन करेंगे।
- चरतीलाल गोयल पूर्व उपमहापौर व दिल्ली विधानसभा के पहले अध्यक्ष रह चुके हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली की पहचान लाल किला और जामा मस्जिद के बीच में सुभाष मार्ग पर एक सुंदर हेरिटेज पार्क बनाया गया है। उत्तरी निगम ने इस पार्क को पुरानी दिल्ली की मुगलकालीन बसावट की तर्ज पर बनाया है। इसकी चारदीवारी और मुख्य द्वार पर मुगलकालीन कलाकृतियों की छाप दिखाई दे रही है। लाल पत्थरों से इसे बनाया गया है। 2 एकड़ में बने इस पार्क चरतीलाल गोयल हेरिटेज पार्क रखा गया है। आने वाले 20 मार्च को देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस पार्क का उद्घाटन करेंगे।
पार्क के मुख्य द्वार पर दिखेगी मुगलकालीन कलाकृति की छाप
चरतीलाल गोयल पूर्व उपमहापौर व दिल्ली विधानसभा के पहले अध्यक्ष रह चुके है। 2017 में चरतीलाल गोयल के बेटे और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विजय गोयल ने हेरिटेज पार्क बनाने का सुझाव रखा था। 5 साल की मेहनत के बाद अब ये पार्क बन कर तैयार हो गया है। पार्क को पुरानी दिल्ली की मुगलकालीन बसावट की तरह ही तैयार किया गया है। पार्क की चारदीवारी और मुख्य द्वार पर मुगलकालीन कलाकृति की छाप छोड़ी गई है। ऐसे उन लोगों के लिए यह पार्क खास होगा, जो अमूमन जामा मस्जिद व लाल किला को देखकर निकल जाते हैं।
पार्क में हैं लाल पत्थरों के बेंच, लगाई गई हैं रंगबिरंगी लाइटें
पार्क के ठीक मध्य में खड़े हो कर आप लाल किला, जामा मस्जिद और गौरीशंकर मंदिर को देख पाएंगे। हेरिटेज पार्क में पुराने समय में दिखने वाले लाल पत्थरों की बेंच लगाई गई हैं। वहीं, रंगबिरंगी लाइटें भी लगाई गई हैं। घूमने आए पर्यटक इस पार्क में बैठकर इसका आनंद भी ले सकेंगे। पार्क में मुगलकालीन बारादरी (12 दरवाजे वाला खूबसूरत मंडप) तैयार किया गया है, जो लोगों को खास अनुभव देगा। युवाओं को आकर्षित करने के लिए इसमें सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। चर्चाओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के लिए यहां पर ओपन एयर मंच भी बनाया गया है।
20 मार्च को जनता के लिए खोल दिया जाएगा पार्क
साथ ही पुरानी दिल्ली की चाट, एग्जिबिशन के लिए भी अलग से जगह बनाई गई है ताकि पुरानी दिल्ली की संस्कृति को लोग अनुभव कर सके। इस पार्क को 20 मार्च के बाद आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। पार्क में जाने के लिए टिकट भी रखी जायेगी। हालांकि टिकट कितने की होगी इसका फैसला एमसीडी तय करेंगी।