नयी दिल्ली। दिल्ली सरकार द्वारा सोमवार से जिम एवं योग संस्थानों को संचालन की अनुमति दिए जाने के बीच जहां जिम के संचालक इन्हें दोबारा खोलने की तैयारियों में जुटे गए हैं, वहीं महामारी की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए अधिकतर योग संस्थानों ने फिलहाल ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखने का फैसला लिया है। जिम संचालकों ने 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालन के लिए सेनेटाइज कराने का काम शुरू कर दिया है और कोविड-19 टीका लगवा चुके ग्राहकों के लिए विशेष छूट की पेशकश भी कर रहे हैं।
दिल्ली में कई शाखा वाले संस्थान ''योग गुरु'' की संस्थापक नेहा वशिष्ठ ने कहा कि वह धीरे-धीरे योग कक्षाओं का भौतिक संचालन शुरू करने की उम्मीद कर रही हैं लेकिन फिलहाल वह केवल ऐसे परिसर में ही कक्षाएं आयोजित करने के पक्ष में हैं जहां काफी खुली जगह उपलब्ध है और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन किया जा सके।
मालवीय नगर में स्थित नवधा योग हेल्थ केयर इंस्टीट्यूट के धीरेंद्र सिंह ने कहा कि उनका केंद्र करीब साल भर से बंद रहा और पिछले 2 महीने से उन्होंने ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन शुरू किया है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह सोमवार से अपने केंद्र को दोबारा खोलने की तैयारी कर रहे हैं तो उन्होंने कहा, ''मेरी अभी केंद्र को खोलने की योजना नहीं है। कारोबार में भारी नुकसान हुआ है लेकिन अब हम ऑनलाइन योग सत्र चला रहे हैं। हमारे कई पुराने सदस्य सत्र को बीच में ही छोड़ चुके हैं जबकि कई सत्र में भाग ले रहे हैं।''
लाजपत नगर में योगसारथी का संचालन करने वाली नीलम कालरा ने कहा कि वह अभी हालात के सामान्य होने तक कुछ और समय के लिए ऑनलाइन सत्र का आयोजन करेंगी। इस बीच, जिम संचालकों का कहना है कि उन्होंने काफी नुकसान उठाया है। हालांकि, वह सोमवार से दोबारा जिम खोलने की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
दिल्ली जिम एसोसिएशन के उपाध्यक्ष चिराग सेठी ने कहा कि पिछले एक साल में से करीब आठ महीने तक जिम बंद रहने के कारण संचालकों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है। सेठी ने कहा, '' इस अवधि में कोई कमाई नहीं हुई। इसके बावजूद जिम मालिकों को किराया, बिजली और पानी का तय बिल देने के साथ ही अपने कर्मचारियों की भी आर्थिक सहायता करनी पड़ी। जिम मालिकों की आर्थिक सहायता के लिए शायद ही किसी तरह की सरकारी योजना है।'' सोमवार से जिम दोबारा खोलने को लेकर उन्होंने कहा, ‘‘जिम को सेनेटाइज किया जा रहा है और मशीनों को भी ठीक कराया जा रहा है। हमने 20 फीसदी कर्मचारी कम कर दिए हैं और केवल टीका लगवा चुके कर्मचारियों को ही प्राथमिकता दे रहे हैं। साथ ही टीका लगवा चुके ग्राहकों के लिए विशेष छूट देने की योजना है।''
विवाह समारोह आयोजकों ने ली राहत की सांस
राष्ट्रीय राजधानी में करीब तीन महीने बाद विवाह समारोहों के लिए अनुमति मिलने से विवाह आयोजकों को थोड़ी राहत मिली है। हालांकि इससे आयोजकों को लाभ की उम्मीद कम ही है। दिल्ली सरकार ने शहर में कोविड-19 की स्थिति में सुधार को देखते हुए चरणबद्ध तरीके से ‘अनलॉक’ प्रक्रिया के तहत शनिवार को बैंक्वेट, विवाह सभागार और होटलों में 50 लोगों की मौजूदगी के साथ विवाह आयोजन की अनुमति दी है। इसके साथ ही जिम और योग केंद्रों को भी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दी गयी है। यह छूट सोमवार (28 जून) सुबह पांच बजे से प्रभावी हो जाएगी।
वेडिंग प्लानर और बैंक्वेट हॉल के मालिकों ने दिल्ली सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। हालांकि उनका कहना है कि इस सीजन में उन्हें लाभ की कोई उम्मीद नहीं है। ‘प्रेशियस मोमेंट्स बैंक्वेट्स’ के सुनील जुनेजा ने कहा, ‘‘हमें खुशी है कि हमें कम से कम बैंक्वेट हॉल खोलने की अनुमति दी गयी। अपनी जेब से कर्मचारियों को भुगतान करने और घाटा झेलकर हम लोग कम से कम इस घाटे से तो बच पाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि इससे पहले जिन बुक किए गए कार्यक्रमों को टाल दिया गया था, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी जबकि नयी बुकिंग भी शुरू हो गयी है।
मार्च 2020 में महामारी के शुरू होने के बाद से पिछले एक साल में विवाह समारोह आयोजन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है क्योंकि क्रमवार तरीके से पिछले साल मार्च-सितंबर और इस साल अप्रैल से बार-बार लॉकडाउन लगने से धूमधाम वाले खर्चीले आयोजन नहीं हुए। ‘द वेल्वेट वेडिंग्स’ के वेडिंग प्लानर जितेश खन्ना ने कहा, चूंकि अप्रैल से दिल्ली में लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया गया, इसलिए अधिकतर शादियां शहर से बाहर हुईं। वहीं, ‘शुभ मुहूर्त लक्जरी वेडिंग प्लानर्स’ के श्रवण यादव ने कहा, ‘‘अब 50 लोगों की इजाजत दी गयी है तो हमें इस फैसले से खुशी है और उम्मीद है कि जल्द 100 लोगों को आयोजन में शामिल होने की अनुमति मिल जाएगी।’’