दिल्ली एनसीआर में बुधवार रात हुई बारिश के चलते गुरुवार को हवा का स्तर बेहतर हुआ। इसके बाद ग्रैप-4 के प्रतिबंध हटा दिए गए हैं। बुधवार शाम दिल्ली का एक्यूआई 396 तक पहुंच गया था। ऐसे में ग्रैप-चार के प्रतिबंध लगाए गए थे, लेकिन अगले दिन ही एक्यूआई कम होने से प्रतिबंध हटा दिए गए हैं। बुधवार के दिन दिल्ली का औसत एक्यूआई 336 रहा था। यह बेहद खराब श्रेणी में आता है। आधिकारिक आदेश में कहा गया कि दिल्ली-एनसीआर की हवा में प्रदूषण के स्तर में गिरावट के बीच केंद्र के पैनल ने गुरुवार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण 4 के तहत प्रतिबंधों को हटा दिया।
बुधवार को प्रतिबंध लगाए गए थे, क्योंकि शांत हवाओं, कम तापमान और कोहरे की स्थिति के चलते क्षेत्र में प्रदूषण बढ़ गया था। ग्रैप-4 के तहत सभी निर्माण गतिविधियों और दिल्ली में गैर-आवश्यक प्रदूषणकारी ट्रकों के प्रवेश पर बैन लगाया जाता है। इसके साथ ही कक्षा 10 और 12 को छोड़कर स्कूल की अन्य सभी कक्षाओं को हाइब्रिड मोड में संचालित किया जाता है। सभी सरकारी और प्राइवेट ऑफिस में कर्मचारियों को घर से ही काम करने की अनुमति दी जाती है।
ग्रैप-4 के प्रतिबंध
ग्रैप चार के तहत दिल्ली में गैर-आवश्यक डीजल ट्रकों को प्रवेश करने से प्रतिबंधित किया जाता है। दिल्ली में पंजीकृत उन BS-IV और पुराने वाहन भारी माल वाहनों पर भी प्रतिबंध लगाया जाता है, जो डीजल से चलते हैं। हालांकि, आवश्यक सेवाओं में शामिल वाहनों को इससे छूट दी जाती है। सर्दियों के दौरान, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में ग्रैप के तहत प्रतिबंध लागू किए जाते हैं। ग्रैप के चरण हवा में प्रदूषण की स्थिति के आधार पर तय किए जाते हैं।
क्यों खराब है दिल्ली की हवा
ग्रैप के अनुसार दिल्ली की हवा के प्रदूषण स्तर को चार चरण में बांटा गया है। चरण 1 (खराब, AQI 201-300), चरण 2 (बहुत खराब, AQI 301-400), चरण 3 (गंभीर, AQI 401-450), और चरण 4 (अति गंभीर, AQI 450 से ऊपर)। प्रतिकूल मौसम संबंधी परिस्थितियां, वाहनों से निकलने वाले उत्सर्जन, धान-पुआल जलाने, पटाखे फोड़ने और अन्य स्थानीय प्रदूषण स्रोतों के कारण सर्दियों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता का स्तर खतरनाक हो जाता है। (इनपुट- पीटीआई)