दिल्ली: सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है कि, जी20 देश क्रिप्टो असेट्स को रेगुलेट करने के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क यानी वैश्विक ढांचे को बनाए जाने पर सहमत हो गए हैं। IMF और FSB ने इसके लिए संश्लेषण पत्र तैयार कर लिया है। इसके साथ इसके लिए एक व्यापक ढांचा भी विकसित कर लिया गया है। इस विषय पर बाकि चर्चा जी20 बैठक में होगी।
सूत्रों ने बताया कि, भारतीय जी20 प्रसिडेंसी ने एक सामान्य फ्रेमवर्क बनाने का रिकमेंडेशन दिया है ताकि ऋण के संकट का समाधान किया जा सके। इस रिकमेंडेशन में फ्रेमवर्क के बाहर से श्रीलंका के समर्थन के साथ-साथ जाम्बिया, घाना और इथियोपिया जैसे देशों की ऋण संकट की भी बात की है।
खाद्य एवं उर्जी सुरक्षा पर भी होगी बात
सूत्रों ने यह भी बताया कि, जी20 देशों ने खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा में उच्च अस्थिरता का आकलन किया है। भारत की अध्यक्षता में जी20 ने खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा में अधिक सहयोग स्थिरता पर जोर दिया है जो सतत विकास के लिए आवश्यक है और इस सप्ताह के अंत में राष्ट्रीय राजधानी में होने वाले नेताओं के शिखर सम्मेलन के दौरान इस पर चर्चा की जाएगी।"
भारत 9-10 सितंबर तक नई दिल्ली में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है। गौरतलब है कि भारत ने पिछले साल 1 दिसंबर को जी20 की अध्यक्षता संभाली थी और देश भर के 60 शहरों में जी20 से संबंधित लगभग 200 बैठकें आयोजित की गईं थीं।
(इनपुट: एएनआई)
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