नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा EOW ने एक बड़ी मोबाइल कंपनी एयरसेल को करीब दो करोड़ का चूना लगाने वाले एक शातिर ठग को 10 साल बाद गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक ये आरोपी पिछले 10 सालों से पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा था। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने कंपनी के सिम कार्ड फेक आईडी पर निकलवाया था, और फिर उनसे इंटरनेशनल कॉल किया करता था। इस तरीके से आरोपी ने कुछ समय में ही मोबाइल कंपनी को 1 करोड़ 76 लाख रुपए का चूना लगा दिया। पकड़ में आए आरोपी का नाम चित्रेश मोहन शर्मा है। 10 साल पुराने इस मामले में कोर्ट ने चित्रेश मोहन शर्मा को भगोड़ा घोषित कर दिया था।
पुलिस के मुताबिक जनवरी 2010 में एक टेलीकॉम कंपनी के एक कर्मचारी ने शिकायत दी कि एक शख्स जिसने खुद को एक्सपोर्ट इंपोर्ट कंपनी का मालिक बताया। उसने यही बता कर जाली आईडी पर 10 इंटरनेशनल रोमिंग सिम कार्ड इश्यू कराएं। यह सभी सिम दीपक रावत नाम के एक शख्स के नाम पर जारी किए गए थे। जब टेलीकॉम कंपनी को यह पता लगा कि उनके सिम से बहुत ज्यादा अंतरराष्ट्रीय कॉल किए जा रहे हैं तो उन्होंने जांच की तो पता लगा दीपक रावत नाम का कोई शख्स है ही नहीं और उसके द्वारा दिये गए डॉक्यूमेंट जाली है । जिसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दी और पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की।
जांच में पुलिस को पता लगा कि दीपक रावत नाम का ना तो कोई शख्स है और ना ही ऐसी कोई कंपनी है जिसके नाम पर दीपक रावत ने 10 सिम जारी कराए थे। पुलिस की जांच में यह बात पता चल गई कि इस सारे गोरखधंधे के पीछे चित्रेश नाम का शख्स है, लेकिन जब पुलिस ने चित्रेश की तलाश शुरू की तो उसका कोई सुराग नहीं मिल सका। जांच के 7 साल बाद 2017 में कोर्ट ने चित्रेश को भगोड़ा घोषित कर दिया। लेकिन पुलिस लगातार चित्रेश की तलाश में जुटी रही।
इस दौरान दिल्ली पुलिस को पता लगा कि चित्रेश दिल्ली के जैतपुर इलाके में छिपकर रह रहा है जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने चित्रेश को जैतपुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया और उससे पूछताछ कर रही है। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में चित्रेश ने बताया कि उसने जाली आईडी बनाकर यह सारे सिम लिए थे।