नई दिल्ली। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की वजह से लागू किए गए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच राष्ट्रीय राजधानी से पहली विशेष ट्रेन करीब 1,200 प्रवासी श्रमिकों को लेकर गुरुवार को उनके गृह राज्य मध्य प्रदेश रवाना होगी। ये श्रमिक बंद की वजह से यहां फंसे हुए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के आश्रय गृहों में रह रहे मध्य प्रदेश के करीब 1,200 प्रवासी श्रमिकों को लेकर यह ट्रेन उनके गृह राज्य रवाना होगी।
अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में फंसे बिहार और उत्तर प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजने के लिए दिल्ली सरकार इन दोनों राज्यों की सरकार से भी बातचीत कर रही है।
अब तक 140 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलीं, 1.35 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर मंजिल तक पहुंचाए गए
रेलवे ने बुधवार को कहा कि उसने एक मई से अबतक 140 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं, जिनसे लॉकडाउन की वजह से देश के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हुए 1.35 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूरों को मंजिल तक पहुंचाया गया। रेलवे ने कहा कि बुधवार के लिए 42 ट्रेनों की योजना बनाई गई थी, उसके बाद भी 10 और ट्रेनें चलीं।
रेलवे ने प्रवासी कामगारों के लिए मंगलवार रात तक 88 ट्रेनें चलाईं। ये प्रवासी कामगार कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर लागू किए गए लॉकडाउन के कारण कार्यस्थलों पर फंस गए थे। प्रत्येक विशेष ट्रेन में 24 डिब्बे हैं और हर डिब्बे में 72 सीट हैं। लेकिन एक दूसरे से दूरी बनाकर रखने के नियम का पालन हो, इसके लिए रेलवे द्वारा एक डिब्बे में 54 यात्रियों को ही बैठाया जा रहा है।