नई दिल्ली: दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कोरोना वायरस के कारण ड्यूटी पर जान गंवाने वाले 17 कोरोना योद्धाओं के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवज़ा दिया है। इनमें डॉक्टर, शिक्षक और सफाई कर्मी शामिल हैं। सरकार ने यह जानकारी सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत दायर आवेदन के जवाब में दी है। जवाब के मुताबिक, 17 कोरोना योद्धओं में पांच डॉक्टर, तीन शिक्षक, दो प्रयोगशाला तकनीशियन, एक नागरिक रक्षा स्वयंसेवक, फार्मेसिस्ट और सुरक्षा गार्ड शामिल हैं।
राजस्व विभाग के मुताबिक, डॉक्टर, लोक नायक अस्पताल, बाबा साहेब आम्बेडकर अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल और दिल्ली सरकार की कड़कड़डूमा स्थित डिस्पेंसरी से संबंधित थे। इसके साथ ही एक डॉक्टर दिल्ली सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से जुड़ा हुआ था। उत्तर दिल्ली नगर निगम द्वारा संचालित हिंदू राव अस्पताल में काम करने वाले एक सफाई कर्मी और प्रयोगशाला तकनीशियनों के परिवारों को भी एक-एक करोड़ रुपये का मुआवज़ा दिया गया है।
पिछले साल अप्रैल में, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि कोरोना वायरस से पीड़ित रोगियों की सेवा करने वाले देश की रक्षा करने वाले सैनिकों से कम नहीं हैं और कोविड के मामलों को देखने के दौरान जान गंवाने वाले ऐसे कर्मचारियों के परिवारों के लिए एक करोड़ रुपये के मुआवज़े की घोषणा की थी।
भारतीय चिकित्सा संघ ने जून में कहा था कि महामारी की दूसरी लहर के दौरान दिल्ली में 128 डॉक्टरों की मौत हुई है। दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल मामले 14,36,518 पहुंच गए हैं जबकि 14.10 लाख से अधिक लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस 25,058 लोगों की जान ले चुका है।
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