नयी दिल्ली: भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने पुलिस आयुक्त से आग्रह किया है कि कोविड-19 योद्धाओं को लॉकडाउन की अवधि के दौरान जारी किए गए चालान से छूट मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बंद की अवधि के दौरान जारी किए गए चालान संबंधी सभी मामलों के निपटान के लिए लोक अदालत लगाई जानी चाहिए। गुप्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘डॉक्टर, नर्स, पत्रकार, सरकारी कर्मी, अनिवार्य सेवाओं और कोरोना वायरस से दिल्ली के लोगों की रक्षा में लगे कर्मियों ने बंद के दौरान लगातार यात्रा की।
ये सभी कोरोना योद्धा हैं और भारी भरकम चालान की वजह से इन्हें वित्तीय दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। कोरोना योद्धा इस संबंध में यातायात लोक अदालत का सहारा भी नहीं ले सकते हैं क्योंकि वह भी बंद है।’’ गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में कई मार्ग बंद थे और कुछ में सिर्फ एक तरफ से ही आवाजाही थी। लोगों ने अनजाने में यातायात नियमों का उल्लंघन किया और उन पर भारी जुर्माना लगाया गया।
दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल की मौत
दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की कोविड-19 के कारण यहां के एक अस्पताल में मौत हो गई। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हेड कांस्टेबल सत्य नारायण (53) मधु विहार पुलिस थाने में तैनात थे। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 13 जुलाई को नारायण कोविड-19 से संक्रमित पाये गये थे और उन्हें अक्षरधाम में कोविड देखभाल केन्द्र ले जाया गया था। बाद में उन्हें एलएनजेपी अस्पताल स्थानांतरित किया गया।
अधिकारी ने बताया कि वह उच्च रक्तचाप और मधुमेह से पीड़ित थे। उनके ह्रदय में दो स्टेंट भी डाले जा चुके थे। मधुमेह और उच्च रक्तचाप के कारण उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया था और उनकी हालत में सुधार था।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) जसमीत सिंह ने कहा, ‘‘इसके बाद उनका ऑक्सीजन का स्तर गिरने लगा। उन्हें प्लाज्मा थेरेपी भी दी गई। बृहस्पतिवार को कोविड-19 की उनकी दूसरी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। उनकी मौत शुक्रवार की सुबह एलएनजेपी अस्पताल में हुई।’’ पुलिस ने बताया कि दिल्ली के भजनपुरा क्षेत्र के रहने वाले नारायण के परिवार में पत्नी और दो पुत्र हैं।