दिल्ली विधानसभा चुनाव के मद्देनजर दिल्ली का चुनावी अखाड़ा तैयार हो चुका है। भाजपा और आम आदमी पार्टी आमने-सामने आ चुकी हैं। राजनीतिक दलों द्वारा बड़े स्तर पर चुनाव प्रचार किया जा रहा है। अब इस चुनाव का तारीख भी जारी होने जा रही है। दरअसल चुनाव आयोग द्वारा मंगलवार की दोपहर 2 बजे आज निर्वाचन आयोग द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस किया जाएगा और दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित की जाएगी। इस मामले पर भाजपा व अन्य दलों के नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है। नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा ने कहा, "मैं दिल्ली के लोगों को दिल्ली में लोकतंत्र के उत्सव की बधाई देता हूं। मैं उन सभी अधिकारियों को शुभकामनाएं देता हूं जिन्होंने कड़ी मेहनत की - क्योंकि उन्होंने घर-घर जाकर मतदाताओं की जांच की है।"
दिल्ली चुनाव को लेकर क्या बोले भाजपा नेता
उन्होंने कहा कि मैं सभी लोगों से इस प्रक्रिया में भाग लेने की अपील करता हूं - मैं उनसे लोगों की भलाई के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार बनाने की अपील करता हूं। वहीं करोल बाग विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार दुष्यंत गौतम ने कहा, "हम इस दिन का इंतजार कर रहे थे। चुनाव आयोग ने पारदर्शी तरीके से चुनाव कराना जारी रखा है। मुझे उम्मीद है कि हम पूरे जोश के साथ चुनाव लड़ेंगे। दिल्ली की मौजूदा 'लुटेरी' सरकार से छुटकारा पाने के लिए दिल्ली की सभी जनता तैयार है।" वहीं जनकपुरी सीट से भाजपा उम्मीदवार आशीष सूद ने कहा, "मैं भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने जनकपुरी के 'आपदा' से निपटने के लिए मुझे चुना। यह चुनाव दिल्ली की जनता गंदे पानी, सीवर के खिलाफ लड़ रही है। चुनाव दिल्ली के भविष्य की दिशा तय करेंगे। दिल्ली के 'आपदा' को हटाने की तारीखों का आज ऐलान होगा।"
अलका लांबा बोलीं- जनता इस बार कांग्रेस को चुनेगी
वहीं मालवीय नगर विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार सतीश उपाध्याय ने कहा कि चुनाव आयोग दिल्ली में अच्छा काम कर रही है। दिल्ली में चुनाव अच्छे से आयोजित किए जाएंगे, हमें पूरी उम्मीद है। चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद भाजपा उम्मीदवार वोटरों से संपर्क साधेंगे और हमें पूरी उम्मीद है कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी। इसके अलावा कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार अलका लांबा ने कहा, "दिल्ली किसी भी पार्टी या नेता की तुलना में चुनावों के लिए अधिक तैयार है। केंद्र और दिल्ली सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है। लोगों ने इस शासन के 10 वर्षों का विश्लेषण किया है और वे इस बार कांग्रेस को वोट देंगे। एक-एक करके सभी नेताओं, संक्षेप में, पूरी आप सरकार को जेल जाना पड़ा और अपने विभागों को छोड़ना पड़ा।"