नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में घर-घर जाकर कोरोना वायरस संक्रमितों का पता लगाने के लिए एक व्यापक अभियान गुरुवार से शुरू हो गया है। घर-घर जाकर वायरस संक्रमण का पता लगाने वाली इस प्रक्रिया को छह जुलाई तक पूरा किया जाना है। इसकी शुरुआत मध्य दिल्ली के सिविल लाइन्स, चंद्रावल और अन्य क्षेत्रों से हुई। इस सर्वेक्षण को करने वालों में मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) और एएनएम की टीमें शामिल हैं।
प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मध्य दिल्ली जिले https://www.indiatv.in/topic/delhiमें दो सदस्यों वाली टीम (आशा/आंगनवाड़ी और एक एएनएम) को घर-घर जाकर सर्वेक्षण करने का कार्य सौंपा गया है। इसमें लोगों की सामान्य जानकारी जैसे नाम, उम्र, पता और मोबाइल नंबर हासिल करने के साथ ही एसएस कोरोना एप पर प्रत्येक व्यक्ति की यात्रा का विवरण और वे आरोग्य सेतु इस्तेमाल करते हैं या नहीं, संक्रमण के लक्षण हैं या नहीं आदि जानकारी डाली जाएगी।
अधिकारी ने बताया कि इस मोबाइल एप का इस्तेमाल राष्ट्रीय राजधानी के निरुद्ध क्षेत्रों में भी किया जा रहा है। एक अन्य अधिकारी से जब पूछा गया कि क्या वे इस दौरान प्रत्येक परिवार की थर्मल स्क्रीनिंग भी करेंगे तो उन्होंने कहा कि यह विश्वास आधारित अभियान है। हम किसी भी व्यक्ति को जांच के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं। हम सिर्फ अपने प्रश्नों के जवाब वाली जानकारियों को अपडेट करेंगे। हम उन लोगों का एंटीजन जांच कर सकते हैं, जिनमें कोविड-19 के लक्षण होंगे।
दिल्ली सरकार की संशोधित कोविड-19 प्रतिक्रिया योजना के तहत 30 जून तक निषिद्ध क्षेत्र में घर-घर जाकर सर्वेक्षण का काम पूरा किया जाएगा और छह जुलाई तक पूरी दिल्ली में सर्वेक्षण का कार्य पूरा किया जाना है।